1.3 - गाना-बजाना - Gaana-Bajana - Class 8 - Sugambharati
- Sep 21
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Updated: Sep 22

पाठ का प्रकार: गद्य (निबंध) पाठ का शीर्षक: गाना-बजाना लेखक/कवि का नाम: रामवृक्ष बेनीपुरी
सारांश (Bilingual Summary)
हिन्दी: प्रस्तुत निबंध में लेखक रामवृक्ष बेनीपुरी ने दर्शाया है कि गाने-बजाने का शौक दुनिया के हर देश और समाज में मौजूद है, चाहे वह कितना भी पिछड़ा क्यों न हो। वे बताते हैं कि संगीत के माध्यम से मनुष्य अपने हृदय की भावनाओं को व्यक्त करता है और बाजा (वाद्य) उस संगीत को और भी दिलचस्प बना देता है। लेखक अनुमान लगाते हैं कि शुरुआती वाद्य ढोल, पिपुही (बाँसुरी) और झुनझुना रहे होंगे। वे बताते हैं कि वनवासी लोगों के संगीत में सुर से ज्यादा ताल पर ध्यान दिया जाता है। इसके बाद, लेखक पाठक को विश्व के विभिन्न देशों की संगीत-यात्रा पर ले जाते हैं और वहाँ के अनोखे वाद्यों का वर्णन करते हैं, जैसे भारत की वीणा, चीन का 'राजा', बर्मा की 'ढोल-तरंग', जापान का 'ऐंगलौंग', फिजी की नाक से बजाई जाने वाली बंशी और मैक्सिको का 'मरिंबा'।
English: In this essay, the author Ramvriksh Benipuri shows that the hobby of singing and making music is present in every country and society in the world, no matter how backward it may be. He explains that through singing, humans express the emotions of their hearts, and instruments make that music more interesting. The author speculates that the earliest instruments would have been the drum, the pipe (flute), and the rattle. He notes that in the music of tribal people, more attention is given to rhythm than to melody. After this, the author takes the reader on a musical journey across different countries of the world and describes their unique instruments, such as India's Veena, China's 'Raja', Burma's 'Dhol-tarang', Japan's 'Angklung', the nose-flute of Fiji, and Mexico's 'Marimba'.
केंद्रीय भाव (Bilingual Theme / Central Idea)
हिन्दी: इस निबंध का केंद्रीय भाव संगीत की सार्वभौमिकता और विविधता को उजागर करना है। लेखक यह स्थापित करना चाहते हैं कि गाने-बजाने की प्रवृत्ति मनुष्य का एक स्वाभाविक गुण है, जो किसी सभ्यता या विकास के स्तर पर निर्भर नहीं करती। हर संस्कृति अपनी भौगोलिक और सामाजिक परिस्थितियों के अनुसार संगीत को व्यक्त करने के लिए अलग-अलग वाद्यों का निर्माण करती है। यह निबंध हमें दुनिया भर की संगीत परंपराओं की एक मनोरंजक झलक देता है और यह संदेश देता है कि संगीत एक वैश्विक भाषा है जो सभी मनुष्यों को एक-दूसरे से जोड़ती है, भले ही उनके वाद्य और धुनें अलग-अलग क्यों न हों।
English: The central theme of this essay is to highlight the universality and diversity of music. The author seeks to establish that the tendency to sing and make music is a natural human trait, which does not depend on the level of civilization or development. Every culture, according to its geographical and social conditions, creates different instruments to express music. This essay gives us an entertaining glimpse into musical traditions from around the world and conveys the message that music is a global language that connects all human beings, even if their instruments and tunes are different.
शब्दार्थ (Glossary)
शब्द (Word) | पर्यायवाची शब्द (Synonym) | विलोम शब्द (Antonym) |
बेतहाशा | असीमित, बहुत अधिक | सीमित, कम |
पिपुही | छोटी बाँसुरी, मुरली | - |
करामात | चमत्कार, करतब | - |
उच्छ्वास | गहरी साँस, भावना का आवेग | - |
दिलचस्प | रोचक, मनोरंजक | उबाऊ, नीरस |
नरकट | पतली बेंत, सरकंडा | - |
ईजाद | खोज, आविष्कार | - |
किंवदंती | दंतकथा, जनश्रुति | सत्य, यथार्थ |
मुँगरी | मुठियादार लाठी, मोगरी | - |
अधिवासी | निवासी, बाशिंदा | परदेशी, विदेशी |
सही या गलत (कारण सहित) (True or False with Reason)
कथन १: लेखक का मानना है कि गाने-बजाने का शौक केवल विकसित देशों में होता है। उत्तर: गलत। कारण, लेखक कहते हैं, "संसार के पिछड़े-से-पिछड़े देश में जाइए, आप वहाँ गाना-बजाना जरूर पाएँगे!"
कथन २: चीन के प्रसिद्ध बाजे का नाम 'वीणा' है। उत्तर: गलत। कारण, पाठ में बताया गया है, "चीन के ऐसे बाजे का नाम 'राजा' है।"
कथन ३: हब्शी लोग ढोल बजाने में बहुत निपुण होते हैं। उत्तर: सही। कारण, लेखक लिखते हैं, "हब्शी लोग तो ढोल बजाने में इतने उस्ताद हैं कि उन्होंने ढोल की भाषा का ईजाद कर लिया है।"
कथन ४: फिजी के लोग अपनी नाक से एक लंबी-सी बंशी बजाते हैं। उत्तर: सही। कारण, पाठ में उल्लेख है, "फिजी के आदि अधिवासी एक लंबी-सी बंशी अपनी नाक से बजाते हैं।"
कथन ५: 'राजा' नामक वाद्य यंत्र पत्थर के टुकड़ों से बना होता है। उत्तर: सही। कारण, पाठ के अनुसार, "जिसपर सोलह पत्थर के टुकड़े दो पंक्तियों में सजाए रहते हैं।"
स्वमत (Personal Opinion)
प्रश्न १: लेखक के अनुसार बाजा गाने को 'भड़कदार और दिलचस्प' बना देता है। संगीत में वाद्यों का क्या महत्व है?
उत्तर: मेरे विचार में, संगीत में वाद्यों का वही महत्व है जो भोजन में मसालों का या शरीर में आत्मा का होता है। गाना केवल शब्दों और सुरों का मेल है, लेकिन वाद्य उसमें भावनाएँ, लय और गहराई भर देते हैं। ढोलक की थाप गाने में ऊर्जा भर देती है, तो बाँसुरी की धुन उसमें मिठास घोल देती है। वाद्य संगीत को एक पूर्ण और समृद्ध अनुभव बनाते हैं। वे गाने के भाव को उभारते हैं और सुनने वाले को सीधे दिल तक पहुँचाते हैं। बिना वाद्यों के गाना अधूरा-सा लगता है, इसलिए वे संगीत का एक अभिन्न अंग हैं।
उत्तर लिखने के लिए उपयोगी महत्वपूर्ण शब्द: महत्व, भावनाएँ, लय, गहराई, ऊर्जा, मिठास, समृद्ध अनुभव, अभिन्न अंग।
प्रश्न २: पाठ में वर्णित किस देश का वाद्य आपको सबसे अनोखा लगा और क्यों?
उत्तर: पाठ में वर्णित वाद्यों में से मुझे बर्मा की 'ढोल-तरंग' सबसे अनोखी लगी। इसका कारण यह है कि इसमें इक्कीस अलग-अलग आकार के ढोलों को एक अर्धवृत्त में रखकर बजाया जाता है। यह कल्पना करना ही बहुत रोमांचक है कि कैसे एक ही व्यक्ति इतने सारे ढोलों से एक साथ मधुर तरंगें निकालता होगा। यह केवल एक वाद्य नहीं, बल्कि एक पूरा ऑर्केस्ट्रा जैसा लगता है, जिसे एक ही व्यक्ति नियंत्रित करता है। इसकी बनावट और बजाने का तरीका इसे अन्य सभी वाद्यों से अलग और बहुत ही अनोखा बनाता है।
उत्तर लिखने के लिए उपयोगी महत्वपूर्ण शब्द: अनोखा, ढोल-तरंग, इक्कीस ढोल, अर्धवृत्त, रोमांचक, कल्पना, ऑर्केस्ट्रा, बनावट।
प्रश्न ३: "हब्शी लोगों ने ढोल की भाषा का ईजाद कर लिया है।" - इस बात से आप क्या समझते हैं?
उत्तर: इस बात से मैं यह समझता हूँ कि संगीत केवल मनोरंजन का साधन नहीं, बल्कि संवाद का एक शक्तिशाली माध्यम भी है। हब्शी लोगों ने ढोल बजाने की कला को इतना विकसित कर लिया कि वे ढोल की अलग-अलग आवाजों और तालों से संदेशों का आदान-प्रदान कर सकते हैं। वे ढोल के माध्यम से अपनी बातें मीलों दूर तक पहुँचा देते हैं, ठीक वैसे ही जैसे हम भाषा का उपयोग करते हैं। यह दर्शाता है कि संगीत में भी एक व्याकरण और शब्दावली हो सकती है, जिसे समझने वाले उससे संवाद कर सकते हैं। यह संगीत की असीम संभावनाओं का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।
उत्तर लिखने के लिए उपयोगी महत्वपूर्ण शब्द: संवाद का माध्यम, शक्तिशाली, संदेश, आदान-प्रदान, भाषा, व्याकरण, असीम संभावनाएँ।
प्रश्न ४: पाठ में एक किंवदंती का उल्लेख है जिसमें राजा सबसे अच्छे गवैये की आँखें निकलवा लेता था। यह किंवदंती कला और सत्ता के बारे में क्या बताती है?
उत्तर: यह किंवदंती कला और सत्ता के बीच के जटिल संबंध को दर्शाती है। यह बताती है कि कला कितनी शक्तिशाली हो सकती है कि एक राजा उसे खोने के डर से इतना क्रूर कदम उठा सकता है। राजा उस गव्वैये की कला को अपनी संपत्ति समझता है और चाहता है कि वह केवल उसी के लिए उपलब्ध रहे। यह सत्ता के स्वार्थी और अधिकार जताने वाले स्वभाव को दिखाता है। दूसरी ओर, यह कलाकार की दुर्दशा को भी दिखाता है, जहाँ उसकी प्रतिभा ही उसके लिए एक अभिशाप बन जाती है। यह हमें सिखाता है कि कला को कभी भी बंधक नहीं बनाया जाना चाहिए; उसे स्वतंत्र रहने देना चाहिए।
उत्तर लिखने के लिए उपयोगी महत्वपूर्ण शब्द: कला, सत्ता, जटिल संबंध, शक्तिशाली, डर, संपत्ति, स्वार्थ, कलाकार की दुर्दशा, स्वतंत्रता।
प्रश्न ५: लेखक के अनुसार, सबसे पहले कौन-से बाजे बने होंगे और क्यों? उत्तर: लेखक के अनुसार, सबसे पहले तीन तरह के बाजे बने होंगे: ढोल, पिपुही और झुनझुना। उनका मानना है कि ऐसा इसलिए हुआ होगा क्योंकि इनकी बनावट सबसे सरल और प्राकृतिक है। मनुष्य ने सबसे पहले चीजों को पीट-पीटकर शब्द निकालने की कोशिश की होगी, जिससे ढोल का विचार आया होगा। मरे हुए पशुओं के चमड़े को पोपले कद्दू पर मढ़कर ढोल बनाया गया होगा। इसी तरह, नरकट जैसी पोली चीजों में छेद करके पिपुही (बाँसुरी) और किसी पोली चीज में कंकड़ रखकर हिलाने से झुनझुना बनाने की कल्पना की गई होगी। ये तीनों ही प्रकृति में उपलब्ध चीजों से आसानी से बनाए जा सकते थे। उत्तर लिखने के लिए उपयोगी महत्वपूर्ण शब्द: ढोल, पिपुही, झुनझुना, सरल बनावट, प्राकृतिक, पीट-पीटकर, पोली चीज, कल्पना।
संभावित परीक्षा प्रश्न (Probable Exam Questions)
प्रश्न १: संजाल पूर्ण कीजिए: पाठ में आए हुए बाजों के नाम उत्तर:
वीणा
राजा
ढोल-तरंग
ऐंगलौंग
(अन्य उत्तर: पिपुही, झुनझुना, सितार, सारंगी, मरिंबा, सिंगा)
प्रश्न २: लेखक के अनुसार सबसे पहले कौन-से तीन बाजे बने होंगे? उत्तर: लेखक के अनुसार, सबसे पहले
ढोल, पिपुही और झुनझुना बने होंगे।
प्रश्न ३: विभिन्न देशों और उनके प्रसिद्ध वाद्यों की जोड़ियाँ मिलाइए:
| देश | वाद्य |
| :--- | :--- |
| १. भारत | अ. राजा |
| २. चीन | आ. ढोल-तरंग |
| ३. बर्मा | इ. वीणा |
| ४. मैक्सिको | ई. मरिंबा |
उत्तर: १ - इ, २ - अ, ३ - आ, ४ - ई
प्रश्न ४: वनवासी लोगों के गाने-बजाने में किस बात पर अधिक ध्यान दिया जाता है? उत्तर: वनवासी लोगों के गाने-बजाने में 'सुर' पर कम और
'ताल' पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है।
प्रश्न ५: लिखो: (क) बाजा, गाने को बना देता है: १. भड़कदार २. दिलचस्प (ख) जापान के तारवाले बाजे: १. सितार २. सारंगी (अन्य उत्तर: वीणा)
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