1.7 - हींगवाला - Heengwala - Class 8 - Sugambharati
- BhashaLab
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पाठ का प्रकार: गद्य (कहानी) पाठ का शीर्षक: हींगवाला लेखक/कवि का नाम: सुभद्राकुमारी चौहान
सारांश (Bilingual Summary)
हिन्दी: 'हींगवाला' एक मार्मिक कहानी है जो मानवीय संबंधों और सर्वधर्म समभाव को दर्शाती है। कहानी की मुख्य पात्र सावित्री हैं, जो एक अफगानी हींग बेचने वाले खान से, जरूरत न होते हुए भी, केवल उसके आग्रह और अपनत्व के कारण हींग खरीद लेती हैं। खान सावित्री को 'अम्मा' कहता है और उनके बीच एक माँ-बेटे जैसा अनकहा रिश्ता बन जाता है। कई महीने बाद, शहर में एक साम्प्रदायिक दंगा भड़क उठता है। उसी दिन, सावित्री के बच्चे एक जुलूस देखने जाते हैं और दंगे में फँसकर खो जाते हैं। जब désespérée सावित्री अपने बच्चों के लिए रो रही होती है, तब वही हींगवाला खान देवदूत बनकर आता है और उसके तीनों बच्चों को सुरक्षित घर पहुँचाता है। यह कहानी सिखाती है कि दया और स्नेह का रिश्ता धर्म और जाति के बंधनों से कहीं ऊँचा होता है।
English: 'Heengwala' is a poignant story that depicts human relationships and religious harmony. The main character of the story is Savitri, who buys asafoetida from an Afghan seller, the Khan, not out of need but due to his insistence and sense of familiarity. The Khan calls Savitri 'Amma' (mother), and an unspoken mother-son relationship develops between them. Several months later, a communal riot breaks out in the city. On the same day, Savitri's children go to see a procession and get lost after getting trapped in the riot. Just as a desperate Savitri is crying for her children, the very same Heengwala Khan arrives like an angel and brings all three of her children home safely. This story teaches that the bond of kindness and affection is far superior to the boundaries of religion and caste.
केंद्रीय भाव (Bilingual Theme / Central Idea)
हिन्दी: इस कहानी का केंद्रीय भाव धर्म और जाति से परे मानवीय रिश्तों की स्थापना और सर्वधर्म समभाव का महत्व बताना है। लेखिका ने यह संदेश दिया है कि इंसानियत का रिश्ता किसी भी धार्मिक पहचान से बड़ा होता है। सावित्री द्वारा की गई एक छोटी सी भलाई का बदला खान अपनी जान जोखिम में डालकर उसके बच्चों की रक्षा करके चुकाता है। कहानी दर्शाती है कि समाज में अशांति कुछ गिने-चुने लोग ही फैलाते हैं, जबकि आम इंसान प्रेम और सद्भाव से रहना चाहता है। यह कहानी हमें सिखाती है कि यदि हम दिलों में सहजता और सरलता रखें, तो धर्म के नाम पर खड़ी की गई दीवारें अपने आप गिर जाती हैं।
English: The central theme of this story is to establish human relationships beyond religion and caste and to convey the importance of religious harmony (sarvadharmasamabhav). The author gives the message that the relationship of humanity is greater than any religious identity. A small act of kindness done by Savitri is repaid by the Khan by risking his own life to protect her children. The story shows that social unrest is spread by only a few people, whereas the common man wants to live with love and harmony. This story teaches us that if we keep simplicity and spontaneity in our hearts, the walls erected in the name of religion will fall on their own.
पात्रों का चरित्र-चित्रण (Bilingual Character Sketch)
सावित्री:
हिन्दी:
दयालु और स्नेहमयी: वे हींग की जरूरत न होते हुए भी खान की मदद करने के लिए हींग खरीद लेती हैं।
धर्मनिरपेक्ष: वे खान के धर्म को देखे बिना उसके साथ एक मानवीय और माँ जैसा रिश्ता बनाती हैं।
चिंताशील माँ: अपने बच्चों के जुलूस से न लौटने पर वे अत्यंत व्याकुल और परेशान हो जाती हैं।
संवेदनशील: वे शहर में हुए दंगे के बाद अक्सर हींगवाले की सुरक्षा के लिए चिंतित रहती हैं।
English:
Kind and Affectionate: She buys asafoetida to help the Khan, even when she doesn't need it.
Secular: She forms a humane and motherly relationship with the Khan without considering his religion.
A Worried Mother: She becomes extremely anxious and upset when her children do not return from the procession.
Sensitive: After the riot in the city, she often worries about the safety of the Heengwala.
खान (हींगवाला):
हिन्दी:
मेहनती: वह अपना सामान बेचने के लिए घर-घर घूमता है और ग्राहकों से आग्रह करता है।
भावुक और आत्मीय: वह सावित्री को 'अम्मा' कहता है और उनके हाथ की पहली बिक्री को शुभ मानता है।
साहसी और रक्षक: वह साम्प्रदायिक दंगे के दौरान अपनी जान की परवाह किए बिना सावित्री के बच्चों को ढूँढ़ता है और सुरक्षित घर पहुँचाता है।
मानवतावादी: वह धर्म के नाम पर लड़ने वालों को नासमझ मानता है और माँ-बेटे के रिश्ते को किसी भी डर से ऊपर रखता है।
English:
Hardworking: He wanders from house to house to sell his goods and insists his customers buy.
Emotional and Cordial: He calls Savitri 'Amma' and considers the first sale from her hands to be auspicious.
Courageous and a Protector: During the communal riot, he searches for Savitri's children without caring for his own life and brings them home safely.
Humanitarian: He considers people who fight in the name of religion to be foolish and places the mother-son relationship above any fear.
शब्दार्थ (Glossary)
शब्द (Word) | पर्यायवाची शब्द (Synonym) | विलोम शब्द (Antonym) |
साफा | पगड़ी | - |
बोहनी | पहली बिक्री | - |
प्रतीक्षा | इंतजार | - |
प्रायः | अक्सर, अकसर | कभी-कभी, यदा-कदा |
प्रलोभन | लालच, लोभ | त्याग, वैराग्य |
ताकीद | चेतावनी, हिदायत | - |
नीरवता | शांति, सन्नाटा | शोरगुल, कोलाहल |
हताश | निराश, नाउम्मीद | आशावान, आशान्वित |
चिरपरिचित | जाना-पहचाना | अपरिचित, अनजान |
सकुशल | सुरक्षित, खैरियत से | असुरक्षित, संकट में |
सही या गलत (कारण सहित) (True or False with Reason)
कथन १: सावित्री को हींग की सख्त जरूरत थी, इसलिए उसने खान को बुलाया।
उत्तर: गलत। कारण, सावित्री ने खान से कहा, "हींग तो बहुत-सी ले रखी है खान! अभी पंद्रह दिन हुए नहीं, तुमसे ही तो ली थी।"
कथन २: खान सावित्री को अपनी बहन मानता था।
उत्तर: गलत। कारण, खान सावित्री को "अम्मा" कहकर बुलाता था और खुद को उनका बेटा मानता था।
कथन ३: सावित्री के बच्चों को माँ का हींग खरीदना बहुत पसंद आया।
उत्तर: गलत। कारण, सभी बच्चे बोल उठे, "मत लेना माँ, तुम कभी न लेना। जबरदस्ती तौले जा रहा है।"
कथन ४: सावित्री के बच्चे होली का जुलूस देखने गए थे।
उत्तर: गलत। कारण, बच्चे "माँ काली का जुलूस" देखने गए थे, जो दशहरे के अवसर पर निकलता है।
कथन ५: नौकर रामू बच्चों को दंगे से बचाकर सुरक्षित घर ले आया। उत्तर: गलत। कारण, खान बच्चों को सुरक्षित घर लेकर आया था। बच्चे कहते हैं, "खान बहुत अच्छा है माँ! उसने हमें बचाया।"
स्वमत (Personal Opinion)
प्रश्न १: 'भारत सर्वधर्मसमभाव को महत्त्व देने वाला महान देश है', स्पष्ट करो।
उत्तर: यह कथन पूर्णतया सत्य है। भारत एक ऐसा देश है जहाँ विभिन्न धर्मों, संप्रदायों और संस्कृतियों के लोग हजारों वर्षों से एक साथ रहते आए हैं। हमारे संविधान ने सभी को अपने-अपने धर्म का पालन करने की स्वतंत्रता दी है और किसी भी धर्म को राष्ट्रधर्म नहीं बनाया है। 'हींगवाला' कहानी इसी महान परंपरा का एक सुंदर उदाहरण है। सावित्री का हिंदू होते हुए भी एक मुस्लिम खान के प्रति माँ जैसा स्नेह रखना और खान का उस रिश्ते को पूरी ईमानदारी से निभाना, यही भारत की सर्वधर्म समभाव की सच्ची भावना है। यही विविधता में एकता हमारे देश को महान बनाती है।
उत्तर लिखने के लिए उपयोगी महत्वपूर्ण शब्द: सर्वधर्म समभाव, विविधता में एकता, संविधान, स्वतंत्रता, सहिष्णुता, मानवीय संबंध, महान परंपरा।
प्रश्न २: सावित्री ने जरूरत न होते हुए भी हींग क्यों खरीदी? यह उनके चरित्र के बारे में क्या बताता है?
उत्तर: सावित्री ने जरूरत न होते हुए भी हींग इसलिए खरीदी क्योंकि वह खान के आग्रह और उसकी स्थिति को समझ रही थी। खान ने कहा कि उसे सावित्री के हाथ की 'बोहनी' (पहली बिक्री) अच्छी लगती है और वह बहुत दिनों के लिए अपने देश जा रहा है। सावित्री ने उसकी भावनाओं का सम्मान किया और उसकी मदद करने के इरादे से हींग खरीद ली। यह उनके दयालु, संवेदनशील और उदार चरित्र को बताता है। वह केवल अपनी जरूरत नहीं देखती, बल्कि दूसरों की भावनाओं और जरूरतों को भी समझती है।
उत्तर लिखने के लिए उपयोगी महत्वपूर्ण शब्द: दया, संवेदनशीलता, उदारता, मदद की भावना, भावनाओं का सम्मान, परोपकार।
प्रश्न ३: "बेटे को भी क्या माँ से डर हुआ है, जो मुझे होता?" - खान के इस संवाद का आशय स्पष्ट कीजिए। उत्तर: यह संवाद इस कहानी का हृदय है। जब सावित्री खान से पूछती है कि शहर में दंगे के माहौल में उसे उनके (हिंदू) घर आते हुए डर नहीं लगा, तो खान यह जवाब देता है। इस संवाद का आशय है कि उसने सावित्री को सच्चे मन से अपनी माँ मान लिया है और एक बेटे को अपनी माँ के पास आने में कभी डर नहीं लगता, चाहे बाहरी माहौल कितना भी खतरनाक क्यों न हो। यह दर्शाता है कि खान के लिए मानवता और प्रेम का रिश्ता, धार्मिक भेदभाव और नफरत से कहीं ज्यादा मजबूत और महत्वपूर्ण है।
उत्तर लिखने के लिए उपयोगी महत्वपूर्ण शब्द: माँ-बेटे का रिश्ता, निडरता, प्रेम, मानवता, धार्मिक भेदभाव से ऊपर, मजबूत बंधन, सच्चा सम्मान।
प्रश्न ४: कहानी के अनुसार, समाज में अशांति क्यों फैलती है?
उत्तर: कहानी के अनुसार, समाज में अशांति गिने-चुने लोगों के कारण फैलती है जो नासमझ हैं। जब सावित्री खान से दंगे के बारे में पूछती है, तो खान कहता है, "सुना, समझ नहीं है लड़ने वालों में।" इसका अर्थ है कि आम लोग, जैसे सावित्री और खान, एक-दूसरे के साथ शांति और प्रेम से रहना चाहते हैं। लेकिन कुछ लोग धर्म के नाम पर दूसरों को भड़काते हैं और नफरत फैलाते हैं, जिससे समाज में अशांति और दंगे होते हैं। यह कहानी बताती है कि समस्या धर्म में नहीं, बल्कि कुछ लोगों की गलत सोच और नासमझी में है।
उत्तर लिखने के लिए उपयोगी महत्वपूर्ण शब्द: अशांति, नासमझी, नफरत, भड़काना, गलत सोच, आम इंसान, प्रेम और शांति।
प्रश्न ५: यदि हींगवाला समय पर सावित्री के बच्चों को लेकर नहीं आता, तो कहानी का अंत क्या हो सकता था? उत्तर: यदि हींगवाला समय पर सावित्री के बच्चों को लेकर नहीं आता, तो कहानी का अंत बहुत ही दुखद हो सकता था। दंगे की भीड़ में बच्चे बिछड़ सकते थे, घायल हो सकते थे या उनके साथ कोई और अनहोनी भी हो सकती थी। सावित्री जो पहले ही चिंता और डर से पागल-सी हो गई थी, शायद अपने बच्चों को खोने के सदमे में टूट जाती। कहानी का जो संदेश है—कि नेकी का बदला नेकी से मिलता है और मानवता हर धर्म से बड़ी है—वह अधूरा रह जाता। कहानी एक悲剧 में बदल जाती और यह दिखाती कि कैसे नफरत की आग मासूम जिंदगियों को तबाह कर देती है। उत्तर लिखने के लिए उपयोगी महत्वपूर्ण शब्द: दुखद अंत, अनहोनी, सदमा, संदेश अधूरा,悲剧, नफरत की आग, मासूम जिंदगियाँ।
संभावित परीक्षा प्रश्न (Probable Exam Questions)
प्रश्न १: हींगवाला सावित्री को हींग लेने का आग्रह क्यों कर रहा था? उत्तर: हींगवाला सावित्री को हींग लेने का आग्रह इसलिए कर रहा था क्योंकि:
उसे सावित्री के हाथ की बोहनी (पहली बिक्री) शुभ लगती थी।
वह बहुत दिनों के लिए अपने देश जा रहा था और शायद कुछ पैसे कमाना चाहता था।
प्रश्न २: दंगे की खबर सुनकर सावित्री पर क्या परिणाम हुआ?
उत्तर: दंगे की खबर सुनकर सावित्री के हाथ-पैर ठंडे पड़ गए, क्योंकि उसके बच्चे जुलूस देखने बाहर गए थे और अभी तक लौटे नहीं थे। वह अत्यंत व्याकुल हो गई और उसे रह-रहकर अपने ऊपर क्रोध आ रहा था कि उसने बच्चों को बाहर क्यों भेजा। वह पागल-सी और हताश होकर फूट-फूटकर रोने लगी।
प्रश्न ३: सावित्री के परिवार के सदस्यों के नाम लिखिए।
उत्तर: सावित्री के परिवार में स्वयं सावित्री, उनके पति, उनके दो लड़के, एक लड़की और नौकर रामू थे।
प्रश्न ४: खान ने सावित्री से पैसे फिर आकर ले जाने की बात क्यों कही?
उत्तर: खान ने सावित्री से पैसे फिर आकर ले जाने की बात इसलिए कही क्योंकि जब उसने हींग तौली तो रेजगारी (छुट्टे पैसे) दोनों में से किसी के पास नहीं थी।
प्रश्न ५: शहर में किसका जुलूस निकलने वाला था?
उत्तर: शहर में माँ काली का जुलूस निकलने वाला था।
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