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    2. पद (मीरा के पद)- - Class 10 - Sparsh Bhag 2

    • 19 hours ago
    • 6 min read

    पद (मीरा के पद)

    Class 10 - Hindi Course B (Sparsh Bhag 2) |

    Author: मीराबाई (Mirabai)

    1. पाठ का सार (Quick Revision Summary)


    • भक्तों की रक्षा की पुकार: पहले पद में मीराबाई अपने आराध्य श्री कृष्ण (हरि) से प्रार्थना करती हैं कि जैसे उन्होंने द्रौपदी, प्रह्लाद और ऐरावत हाथी की रक्षा की थी, वैसे ही वे उनके (मीरा के) दुखों को भी दूर करें।

      • English: Call for Protection of Devotees: In the first verse, Mirabai prays to her deity Shri Krishna (Hari) that just as He protected Draupadi, Prahlad, and the elephant Airavat, He should also remove her (Meera's) sorrows.


    • चाकरी (नौकरी) करने की इच्छा: दूसरे पद में मीरा श्री कृष्ण के पास रहने के लिए उनकी नौकरानी (चाकर) बनने की विनती करती हैं। वे उनके लिए बाग लगाना चाहती हैं ताकि रोज सुबह उठकर उनके दर्शन कर सकें।

      • English: Desire to Serve: In the second verse, Meera pleads to become Shri Krishna's servant (Chakar) to stay close to Him. She wants to plant gardens for Him so that she can have His darshan (sight) every morning.


    • भक्ति रूपी जागीर: मीरा कहती हैं कि सेवा के बदले उन्हें तीन चीजें मिलेंगी: दर्शन, नाम-स्मरण और भाव-भक्ति। वे इसे ही अपनी असली संपत्ति (जागीर) मानती हैं।

      • English: Devotion as Estate: Meera says that in return for her service, she will receive three things: His sight (Darshan), remembrance of His name (Sumiran), and emotional devotion (Bhav-Bhakti). She considers this her true wealth or estate.


    • कृष्ण का रूप-सौंदर्य: मीरा श्री कृष्ण के रूप का वर्णन करती हैं कि उन्होंने पीतांबर (पीले वस्त्र) पहने हैं, सिर पर मोर मुकुट है और गले में वैजयंती माला है। वे वृंदावन में गायें चराते हैं और बांसुरी बजाते हैं।

      • English: Beauty of Krishna: Meera describes Krishna's appearance, stating He wears yellow garments (Pitambar), a peacock-feather crown, and a Vaijanti garland. He grazes cows in Vrindavan and plays the flute.


    • मिलन की व्याकुलता: मीरा अपने 'साँवरिया' के लिए ऊँचे महल बनाना चाहती हैं और खिड़कियों (बारी) से उनके दर्शन करना चाहती हैं। उनका हृदय श्री कृष्ण से आधी रात को यमुना के किनारे मिलने के लिए बहुत व्याकुल है।

      • English: Impatience for Union: Meera wants to build high palaces for her 'Sanwariya' (Dark-complexioned Lord) and catch glimpses of Him through the windows. Her heart is extremely impatient to meet Shri Krishna at midnight on the banks of the Yamuna.


    2. शब्द-संपदा (Vocabulary)

    शब्द (Word)

    अर्थ (Hindi Meaning)

    English Meaning

    भीर

    पीड़ा / दुख

    Pain / Suffering

    चीर

    वस्त्र / साड़ी

    Cloth / Saree

    नरहरि

    नरसिंह अवतार

    Narsimha Avatar (Man-Lion form)

    कुंजर

    हाथी

    Elephant

    काटी

    दूर करना / काटना

    To remove / To cut

    चाकर

    नौकर / सेवक

    Servant

    रहस्यूँ

    रहूँगी

    Will stay / Will remain

    नित

    नित्य / हमेशा

    Daily / Always

    जागीरी

    संपत्ति / जागीर

    Estate / Property

    कुसुम्बी

    लाल रंग की

    Red colored (Saree)

    बारी

    बगीचा / खिड़की

    Garden / Window

    हिवड़ो

    हृदय / दिल

    Heart

    घणो

    बहुत / अधिक

    Much / A lot


    3. चरित्र चित्रण (Character Sketches)

    मीराबाई (Mirabai)

    • अनन्य भक्त और प्रेमिका (Devoted Lover & Devotee): मीरा कृष्ण के प्रति पूर्णतः समर्पित हैं। वे लोक-लाज छोड़कर कृष्ण को अपना पति और सर्वस्व मानती हैं।

      • English: Meera is completely devoted to Krishna. Disregarding social norms, she considers Krishna her husband and her everything.

    • विनम्र सेविका (Humble Servant): वे कृष्ण की 'चाकर' (नौकरानी) बनने में भी गर्व महसूस करती हैं, क्योंकि इससे उन्हें कृष्ण का सानिध्य मिलेगा।

      • English: She feels proud even to be Krishna's servant, as it ensures she remains in His company.


    श्री कृष्ण (Shri Krishna)

    • भक्त-वत्सल (Protector of Devotees): पद में कृष्ण को भक्तों के दुख हरने वाले 'हरि' के रूप में चित्रित किया गया है, जो द्रौपदी और प्रह्लाद की रक्षा के लिए दौड़े चले आते हैं।

      • English: In the verses, Krishna is portrayed as 'Hari', the remover of devotees' sorrows, who rushes to protect Draupadi and Prahlad.


    4. योग्यता-आधारित प्रश्न (Competency-Based Questions)

    A. अभिकथन और तर्क (Assertion & Reasoning)

    प्रश्न 1:

    अभिकथन (A): मीराबाई श्री कृष्ण की चाकरी (नौकरी) करना चाहती हैं।

    तर्क (R): चाकरी करने से उन्हें धन-दौलत और भौतिक सुखों की प्राप्ति होगी।

    उत्तर: (ग) A सही है, R गलत है। (मीरा चाकरी धन के लिए नहीं, बल्कि दर्शन, स्मरण और भक्ति रूपी जागीर पाने के लिए करना चाहती हैं)।


    B. स्थिति-आधारित विश्लेषण (Situation Analysis)

    स्थिति (Situation): एक व्यक्ति अपने बॉस की खुशामद इसलिए करता है ताकि उसे पदोन्नति (Promotion) मिले। दूसरी ओर मीरा कृष्ण की चाकरी करना चाहती हैं।

    प्रश्न (Question): क्या मीरा और उस व्यक्ति की मंशा (Intention) एक समान है? स्पष्ट कीजिए।

    उत्तर (Answer): नहीं, दोनों की मंशा में जमीन-आसमान का अंतर है। व्यक्ति की मंशा स्वार्थ और भौतिक लाभ (पदोन्नति) है, जबकि मीरा की मंशा 'निस्वार्थ प्रेम' और 'सानिध्य' है। मीरा के लिए सेवा ही सबसे बड़ा पुरस्कार है, जबकि कर्मचारी के लिए सेवा केवल लाभ पाने का साधन है।


    C. आशय स्पष्टीकरण (Intent/Inference)

    प्रश्न 1: "भाव भगती जागीरी पास्यूँ, तीनूं बाताँ सरसी।"

    उत्तर: मीरा कहना चाहती हैं कि कृष्ण की सेवा करने से उन्हें तीन बड़े लाभ होंगे- दर्शन, नाम-स्मरण और भावपूर्ण भक्ति। उनके लिए यह भक्ति ही सबसे बड़ी संपत्ति (जागीर) है, जो कभी खर्च नहीं होती और न ही कोई इसे चुरा सकता है।


    5. प्रश्न-उत्तर (Subjective Q&A)

    A. लघु उत्तरीय (Short Answer - 30-40 Words)


    प्रश्न 1: मीरा ने पहले पद में श्री कृष्ण को किन-किन उदाहरणों के माध्यम से उलाहना दिया है?

    उत्तर: मीरा ने द्रौपदी (चीरहरण), प्रह्लाद (नरसिंह अवतार) और ऐरावत हाथी (मगरमच्छ से रक्षा) के उदाहरण देकर कृष्ण को याद दिलाया है कि जैसे आपने इनके दुख हरे, वैसे ही मेरी पीड़ा भी दूर करो।


    प्रश्न 2: मीराबाई 'ऊँचा ऊँचा महल' क्यों बनाना चाहती हैं?

    उत्तर: मीराबाई ऊँचे महल इसलिए बनाना चाहती हैं ताकि वे उनकी खिड़कियों (बारी) से अपने प्रियतम श्री कृष्ण के दर्शन कर सकें। यह उनकी कृष्ण के प्रति दीवानगी और दर्शन की तीव्र लालसा को दर्शाता है।


    B. दीर्घ उत्तरीय/मूल्यपरक (Long/Value-Based - 100 Words)


    प्रश्न 1: "मीरा की भक्ति में 'दैन्य' और 'माधुर्य' भाव का मिश्रण है।" पाठ के आधार पर इस कथन की विवेचना कीजिए।

    उत्तर: मीरा की भक्ति में 'दैन्य' (दीनता) भाव तब दिखता है जब वे कृष्ण से अपनी पीड़ा हरने की विनती करती हैं और उनकी नौकरानी (चाकर) बनने को तैयार हो जाती हैं। वे स्वयं को दासी मानती हैं। वहीं, 'माधुर्य' (प्रेम) भाव तब झलकता है जब वे कृष्ण के सौंदर्य (मोर मुकुट, पीतांबर) का वर्णन करती हैं और उनसे मिलने के लिए आधी रात को यमुना तट पर जाने को तैयार रहती हैं। वे कृष्ण से लाड़ भी लड़ाती हैं और अधिकारपूर्वक उन्हें उलाहना भी देती हैं। अतः उनकी भक्ति में समर्पण और प्रेम दोनों का अनूठा संगम है।


    6. व्याकरण (Integrated Grammar)

    (Based on Class 10 Hindi Course B - Sparsh Pattern)


    प्रश्न 1: पदबंध पहचानिए: "वृंदावन की कुंज गली में गोविंद लीला गास्यूँ।" (रेखांकित: वृंदावन की कुंज गली में)

    उत्तर: अधिकरण कारक / संज्ञा पदबंध (स्थान का बोध करा रहा है)।


    प्रश्न 2: पदबंध पहचानिए: "मोहन मुरली वाला" (रेखांकित: पूरा वाक्यांश)

    उत्तर: संज्ञा पदबंध


    प्रश्न 3: समास विग्रह कीजिए: "पीतांबर"

    उत्तर: पीत (पीला) है अंबर (वस्त्र) जिसका (अर्थात् श्री कृष्ण) - बहुव्रीहि समास


    7. सामान्य त्रुटियाँ (Common Student Errors)

    1. 'बारी' शब्द का अर्थ:

      • त्रुटि: छात्र अक्सर 'बारी' का अर्थ केवल 'बगीचा' समझते हैं।

      • सुधार: राजस्थानी भाषा के संदर्भ में यहाँ 'बारी' का अर्थ 'खिड़की' या 'झरोखा' भी होता है, जहाँ से मीरा कृष्ण को देख सकें। हालांकि, 'बाग लगास्यूँ' पंक्ति में बगीचे का स्पष्ट उल्लेख है।


    2. 'गजराज' की कथा:

      • त्रुटि: छात्र लिखते हैं कि कृष्ण ने हाथी को शेर से बचाया।

      • सुधार: कृष्ण (विष्णु) ने गजराज (हाथी) को 'मगरमच्छ' (ग्राह) से बचाया था, शेर से नहीं।


    End


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