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    8.नए मेहमान - (Naye Mehman)- Class 8 - Malhar

    • 54 minutes ago
    • 8 min read

     Author: उदयशंकर भट्ट (Uday Shankar Bhatt)

    1. पाठ का सार (Quick Revision Summary)

    • भीषण गर्मी और छोटा मकान: यह एकांकी एक बड़े शहर के मध्यमवर्गीय परिवार की कहानी है। विश्वनाथ और उनकी पत्नी रेवती एक छोटे से किराए के मकान में रहते हैं। गर्मी की ऋतु है और रात के आठ बजे भी मकान भट्टी की तरह तप रहा है। छत छोटी है जहाँ सबके लिए खाटें नहीं आ सकतीं और पड़ोसी अपनी छत इस्तेमाल नहीं करने देते।

      • English: Scorching Heat and Small House: This one-act play is the story of a middle-class family in a big city. Vishwanath and his wife Revati live in a small rented house. It is the summer season, and even at 8 PM, the house is burning like a furnace. The roof is small, not accommodating cots for everyone, and neighbors don't allow using their roof.

    • रेवती की बीमारी और चिड़चिड़ापन: रेवती पिछले पंद्रह दिनों से सिरदर्द से परेशान है। गर्मी और बीमारी के कारण वह बहुत चिड़चिड़ी हो गई है। वह चाहती है कि इस समय कोई मेहमान न आए क्योंकि वह सेवा करने की स्थिति में नहीं है।

      • English: Revati's Illness and Irritation: Revati has been suffering from a headache for the past fifteen days. Due to heat and illness, she has become very irritable. She wishes no guests would come at this time as she is not in a condition to serve them.

    • अनजान मेहमानों का आगमन: अचानक दो अजनबी, नन्हेमल और बाबूलाल, घर आ धमकते हैं। वे बिजनौर से आए हैं। विश्वनाथ उन्हें नहीं पहचानते, लेकिन अतिथि सत्कार (संकोच) के कारण उन्हें अंदर बुला लेते हैं। मेहमान दावा करते हैं कि वे विश्वनाथ के किसी परिचित 'संपतराम' या 'जगदीश प्रसाद' के रिश्तेदार हैं, लेकिन उनकी बातें अस्पष्ट हैं।

      • English: Arrival of Unknown Guests: Suddenly, two strangers, Nanhemal and Babulal, arrive. They have come from Bijnor. Vishwanath doesn't recognize them but invites them in due to hospitality (hesitation). The guests claim to be relatives of Vishwanath's acquaintance 'Sampatram' or 'Jagdish Prasad', but their talks are vague.

    • मेहमानों की फरमाइशें: मेहमान आते ही ठंडे पानी, नहाने और खाने की मांग करने लगते हैं। वे विश्वनाथ के घर को अपना ही घर समझकर व्यवहार करते हैं। रेवती यह देखकर और भी गुस्सा हो जाती है कि अनजान लोगों के लिए उसे इस हालत में खाना बनाना पड़ेगा।

      • English: Guests' Demands: As soon as the guests arrive, they start demanding cold water, a bath, and food. They behave as if Vishwanath's house is their own. Revati gets even more angry seeing that she will have to cook for strangers in this condition.

    • पड़ोसी का झगड़ा और गलतफहमी: मेहमान नहाते समय पड़ोसी की छत पर पानी गिरा देते हैं, जिससे पड़ोसी झगड़ा करने आ जाता है। बातों-बातों में पता चलता है कि मेहमानों को किसी 'वैद्य' (कविराज रामलाल) के घर जाना था, लेकिन वे गलती से विश्वनाथ के घर आ गए क्योंकि उन्हें लगा विश्वनाथ ही वैद्य हैं।

      • English: Neighbor's Quarrel and Misunderstanding: While bathing, the guests spill water on the neighbor's roof, leading the neighbor to come and quarrel. In the conversation, it is revealed that the guests had to go to a 'Vaidya's' (Kaviraj Ramlal) house, but they mistakenly came to Vishwanath's house thinking he was the Vaidya.

    • असली मेहमान (भाई) का आगमन: जैसे ही गलतफहमी दूर होती है और नन्हेमल-बाबूलाल चले जाते हैं, तभी रेवती का भाई (आगंतुक) आ जाता है। उसे देखते ही रेवती की सारी थकान और गुस्सा गायब हो जाता है। वह खुशी-खुशी उसके लिए खाना बनाने चली जाती है।

      • English: Arrival of Real Guest (Brother): As soon as the misunderstanding is cleared and Nanhemal-Babulal leave, Revati's brother (Visitor) arrives. Seeing him, all of Revati's fatigue and anger vanish. She happily goes to cook for him.


    2. शब्द-संपदा (Vocabulary)

    शब्द (Word)

    अर्थ (Hindi Meaning)

    English Meaning

    गृहपति

    घर का मालिक

    Householder

    आगंतुक

    आने वाला / मेहमान

    Visitor / Guest

    सुकुमार

    कोमल

    Delicate / Tender

    हबड़-तबड़

    जल्दबाजी / घबराहट

    Haste / Confusion

    नेपथ्य

    पर्दे के पीछे का स्थान

    Backstage / Behind the scenes

    यवनिका

    पर्दा (नाटक का)

    Curtain (of a play)

    सकपकाना

    घबरा जाना / चकित होना

    To be startled / Hesitate

    अंटी

    कमर में बाँधने वाला स्थान (पैसे रखने के लिए)

    Fold at waist (to keep money)

    भट्टी

    बहुत गरम जगह

    Furnace

    विस्मय

    आश्चर्य

    Surprise

    3. चरित्र चित्रण (Character Sketches)

    विश्वनाथ (Vishwanath)

    • सज्जन और संकोची (Gentle & Hesitant): विश्वनाथ एक सीधे-सादे गृहस्थ हैं। वे अनजान लोगों को भी घर से नहीं निकालते और 'अतिथि देवो भव' का पालन करते हैं, भले ही उन्हें परेशानी हो रही हो। वे पत्नी की बीमारी को समझते हैं लेकिन सामाजिक शिष्टाचार में बँधे हैं।

      • English: Vishwanath is a simple householder. He does not turn away even strangers and follows 'Atithi Devo Bhava', even if he is facing trouble. He understands his wife's illness but is bound by social etiquette.

    रेवती (Revati)

    • यथार्थवादी और स्पष्टवादी (Realistic & Outspoken): रेवती बीमारी और गर्मी से परेशान है। उसे व्यर्थ का दिखावा पसंद नहीं। वह अनजान मेहमानों की सेवा करने से मना कर देती है क्योंकि वह शारीरिक रूप से अक्षम महसूस कर रही है। लेकिन अपने भाई को देखकर उसका स्नेह उमड़ पड़ता है, जो उसके मानवीय स्वभाव को दिखाता है।

      • English: Revati is troubled by illness and heat. She dislikes useless show-off. She refuses to serve strangers because she feels physically incapable. But seeing her brother, her affection overflows, showing her human nature.

    नन्हेमल और बाबूलाल (Nanhemal & Babulal)

    • लापरवाह और ढीठ (Careless & Thick-skinned): ये दोनों बिना पते की पुष्टि किए किसी के घर घुस आते हैं और फरमाइशें शुरू कर देते हैं। उन्हें गृहस्वामी की परेशानी का कोई अहसास नहीं होता। वे थोड़े बुद्धू लेकिन भोले भी हैं।

      • English: Both enter someone's house without verifying the address and start making demands. They have no realization of the host's trouble. They are a bit foolish but also innocent.


    4. योग्यता-आधारित प्रश्न (Competency-Based Questions)

    A. अभिकथन और तर्क (Assertion & Reasoning)

    प्रश्न 1: अभिकथन (A): रेवती ने अंत में खुशी-खुशी खाना बनाने का निर्णय लिया।

    तर्क (R): नन्हेमल और बाबूलाल ने उसे बहुत सारे पैसे दिए थे।

    उत्तर: (ग) A सही है, R गलत है। (रेवती ने खाना इसलिए बनाया क्योंकि अंत में उसका सगा भाई आया था, जिसे देखकर वह खुश हो गई थी)।


    प्रश्न 2: अभिकथन (A): नन्हेमल और बाबूलाल विश्वनाथ के घर गलती से आ गए थे।

    तर्क (R): वे एक कविराज (वैद्य) रामलाल को ढूँढ रहे थे और उन्हें लगा कि विश्वनाथ ही वैद्य हैं।

    उत्तर: (क) A और R दोनों सही हैं, तथा R, A की सही व्याख्या करता है।


    B. स्थिति-आधारित विश्लेषण (Situation Analysis)

    स्थिति (Situation): शहर में आवास (Housing) की समस्या बढ़ रही है। लोग छोटे मकानों में रहने को मजबूर हैं जहाँ हवा-पानी की भी किल्लत है।

    प्रश्न (Question): 'नए मेहमान' एकांकी के आधार पर बताइए कि इस समस्या का मध्यमवर्गीय परिवार पर क्या असर पड़ता है?

    उत्तर (Answer): एकांकी में दिखाया गया है कि छोटे और हवादार न होने के कारण घर 'भट्टी' बन जाते हैं। छत छोटी होने से सोने की जगह नहीं मिलती। पानी की किल्लत (तीसरी मंजिल तक पानी चढ़ाना) से नौकर नहीं टिकते। ऐसे तनावपूर्ण माहौल में अगर बिन बुलाए मेहमान आ जाएँ, तो गृहकलह और मानसिक तनाव बढ़ जाता है। यह मध्यमवर्गीय जीवन की विडंबना है।


    C. आशय स्पष्टीकरण (Intent/Inference)

    प्रश्न 1: "मकान है कि भट्टी!"

    उत्तर: विश्वनाथ का यह कथन गर्मी की भीषणता और उनके मकान की खराब हालत को दर्शाता है। मकान इतना छोटा और बंद है कि उसमें हवा नहीं आती, जिससे वह रहने की जगह न होकर आग की भट्टी जैसा गर्म और कष्टदायक हो गया है।


    प्रश्न 2: "पहले आत्मा फिर परमात्मा।"

    उत्तर: रेवती का यह कथन उसके यथार्थवादी दृष्टिकोण को दिखाता है। उसका आशय है कि पहले अपने शरीर (आत्मा/स्वास्थ्य) का ध्यान रखना चाहिए, उसके बाद ही धर्म-कर्म या अतिथि सेवा (परमात्मा) की जा सकती है। बीमार शरीर से सेवा करना संभव नहीं है।


    5. प्रश्न-उत्तर (Subjective Q&A)

    A. लघु उत्तरीय (Short Answer - 30-40 Words)

    प्रश्न 1: विश्वनाथ अपने पड़ोसी को 'निर्दयी' क्यों कहते हैं?

    उत्तर: विश्वनाथ के पड़ोसी की छत खाली पड़ी रहती है, फिर भी वह गर्मी में तड़पते बच्चों के लिए वहां एक खाट नहीं बिछाने देता। उसकी पत्नी का तर्क है कि 'पैसे हमने दिए हैं' और 'किसी को सोता देख नींद नहीं आती'। इस संवेदनहीनता के कारण विश्वनाथ उन्हें निर्दयी कहते हैं।


    प्रश्न 2: नन्हेमल और बाबूलाल किस शहर से आए थे और वे किसे ढूँढ रहे थे?

    उत्तर: नन्हेमल और बाबूलाल बिजनौर से आए थे। वे वैद्य 'कविराज रामलाल' को ढूँढ रहे थे, जो विश्वनाथ की गली के पिछली तरफ रहते थे।


    प्रश्न 3: रेवती मेहमानों के लिए खाना बनाने से क्यों मना कर रही थी?

    उत्तर: रेवती को पिछले 15 दिनों से सिरदर्द था और भीषण गर्मी के कारण उसकी तबीयत बहुत खराब थी। ऊपर से मेहमान अनजान थे। इसलिए उसने कहा कि वह इस हालत में खाना नहीं बना सकती, बाजार से मँगवा लिया जाए।


    प्रश्न 4: अंत में रेवती का व्यवहार अचानक कैसे बदल गया?

    उत्तर: जब रेवती ने देखा कि नया मेहमान कोई और नहीं बल्कि उसका अपना भाई है, तो उसका सारा दर्द और गुस्सा गायब हो गया। भाई के प्रति स्नेह के कारण वह बीमारी भूलकर उत्साह से खाना बनाने चली गई।


    B. दीर्घ उत्तरीय/मूल्यपरक (Long/Value-Based - 100 Words)

    प्रश्न 1: 'नए मेहमान' एकांकी के माध्यम से लेखक ने मध्यमवर्गीय शहरी जीवन की किन समस्याओं को उजागर किया है?

    उत्तर: लेखक उदयशंकर भट्ट ने इस एकांकी में शहरी मध्यमवर्गीय जीवन की कई समस्याओं का जीवंत चित्रण किया है:

    1. आवास की समस्या: छोटे, हवाहीन और महंगे किराए के मकान।

    2. महंगाई: विश्वनाथ जैसे लोग बड़ी मुश्किल से गुजारा करते हैं।

    3. पड़ोसियों का व्यवहार: शहरों में पड़ोसियों के बीच सहयोग और अपनत्व की कमी।

    4. अतिथि सत्कार: 'अतिथि देवो भव' की परंपरा और सीमित संसाधनों के बीच का द्वंद्व। विश्वनाथ मेहमानों का स्वागत करना चाहते हैं पर साधन और स्थान की कमी उन्हें परेशान करती है।


    प्रश्न 2: क्या रेवती का मेहमानों के प्रति व्यवहार उचित था? अपने विचार व्यक्त कीजिए।

    उत्तर: रेवती का व्यवहार पहली नज़र में रूखा लग सकता है, लेकिन उसकी परिस्थिति को देखते हुए वह स्वाभाविक था। वह बीमार थी और गर्मी से परेशान थी। मेहमान पूरी तरह अनजान थे और बिना सूचना के आए थे। एक बीमार गृहिणी से यह अपेक्षा करना कि वह अनजान लोगों के लिए रात में खाना बनाए, थोड़ा अन्यायपूर्ण है। उसका विरोध अपनी शारीरिक पीड़ा और पति की लाचारी के प्रति था। जैसे ही उसका भाई आया, उसने सेवाभाव दिखाया, जो साबित करता है कि वह दिल की बुरी नहीं थी, बस हालात से मजबूर थी।


    प्रश्न 3: विश्वनाथ और रेवती के चरित्र में क्या अंतर है?

    उत्तर: विश्वनाथ एक आदर्शवादी और संकोची व्यक्ति हैं। वे परंपराओं (अतिथि सत्कार) को निभाने के लिए अपना सुख त्यागने को तैयार हैं। वे अनजान लोगों को भी घर से नहीं निकालते। दूसरी ओर,

    रेवती व्यावहारिक (Practical) है। वह अपनी बीमारी और घर की सीमाओं को समझती है। वह व्यर्थ के औपचारिक दिखावे का विरोध करती है। विश्वनाथ 'संकोच' के प्रतीक हैं, जबकि रेवती 'यथार्थ' की।


    6. व्याकरण (Integrated Grammar)

    (Based on the text of the chapter)


    प्रश्न 1: 'ही' और 'तो' (निपात) का प्रयोग कर वाक्य बदलिए:

    • तुम नहाने जाओ:

      • तुम नहाने तो जाओ। (आग्रह/Force)

      • तुम नहाने ही जाओ। (Only option)

    • मैंने ढूँढ लिया:

      • मैंने ढूँढ ही लिया। (Finally found)

      • मैंने तो ढूँढ लिया। (Contrast/Others didn't)


    प्रश्न 2: मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग:

    • खाक में मिलना: (बर्बाद हो जाना / नष्ट होना) - आग लगने से व्यापारी का सारा माल खाक में मिल गया

    • दिन-रात एक करना: (कठोर परिश्रम करना) - परीक्षा पास करने के लिए छात्र ने दिन-रात एक कर दिया

    • सिर फटना: (बहुत तेज दर्द होना) - शोर के कारण मेरा सिर फटा जा रहा है।

    • जान में जान आना: (राहत मिलना) - खोया हुआ बच्चा मिलने पर माँ की जान में जान आई


    प्रश्न 3: शब्द-युग्म (Word Pairs):

    • लड़ने-झगड़ने

    • देर-दार

    • खाना-वाना

    • चिट्ठी-विट्ठी (सार्थक-निरर्थक शब्द युग्म)


    7. सामान्य त्रुटियाँ (Common Student Errors)

    1. मेहमानों का परिचय:

      • त्रुटि: छात्र सोचते हैं मेहमान वास्तव में विश्वनाथ के रिश्तेदार थे।

      • सुधार: मेहमान (नन्हेमल-बाबूलाल) गलत पते पर आए थे, वे विश्वनाथ को नहीं जानते थे।

    2. रेवती का भाई:

      • त्रुटि: छात्र अंत में आए व्यक्ति को भी अजनबी मान लेते हैं।

      • सुधार: अंत में आया 'आगंतुक' रेवती का सगा भाई था, इसीलिए रेवती खुश हुई।

    3. मौसम:

      • त्रुटि: छात्र बारिश का मौसम समझ लेते हैं।

      • सुधार: एकांकी में भीषण गर्मी (Summer) का वर्णन है।



    End


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