1.5 - (स) अचंभा - Achambha - Class 7 - Sugambharati 1
- Oct 12
- 9 min read
Updated: Oct 16

पाठ का प्रकार: पद्य पाठ का शीर्षक: अचंभा लेखक/कवि का नाम: अनिल चतुर्वेदी
सारांश (Bilingual Summary)
हिन्दी: 'अचंभा' कविता एक छोटी, जिज्ञासु बच्ची 'गुड़िया रानी' के बारे में है, जो अपने आसपास की दुनिया को देखकर आश्चर्यचकित है। वह प्रकृति के बारे में कई अनोखे प्रश्न पूछती है, जैसे- तितली के पंखों पर सुंदर रंग किसने भरे , चाँद को ठंडक और सूरज को गर्मी कौन देता है , हवा क्यों दिखाई नहीं देती , कोयल किसके लिए गाती है , बादलों में पानी कौन भरता है , फूलों में सुगंध कहाँ से आती है और इंद्रधनुष में सात से अधिक रंग क्यों नहीं होते। जब वह यह सब अपनी मैडम से पूछती है, तो वे उसकी जिज्ञासा को शांत करने के बजाय उसे 'शैतानी' बंद करने और इन बातों में सिर न खपाने को कहती हैं।
English: The poem 'Achambha' is about a small, curious girl, 'Gudiya Rani', who is amazed by the world around her. She asks many unique questions about nature, such as who filled the butterfly's wings with beautiful colors , who gives coolness to the moon and heat to the sun , why the wind is not visible , for whom the cuckoo sings , who fills the clouds with water , where the fragrance in flowers comes from , and why the rainbow doesn't have more than seven colors. When she asks her teacher all this, instead of satisfying her curiosity, the teacher tells her to stop her 'mischief' and not to bother her head with such things.
केंद्रीय भाव (Bilingual Theme / Central Idea)
हिन्दी: इस कविता का केंद्रीय भाव बच्चों की स्वाभाविक उत्सुकता, उनकी प्रश्न पूछने की प्रवृत्ति और प्रकृति की विविधता को दर्शाना है। कवि यह बताना चाहते हैं कि बच्चों का मन आश्चर्य और जिज्ञासा से भरा होता है और वे अपने परिवेश को एक अन्वेषक की दृष्टि से देखते हैं। कविता यह भी दर्शाती है कि अक्सर बड़े लोग बच्चों की इस जिज्ञासा को प्रोत्साहित करने के बजाय उसे शरारत समझकर दबा देते हैं। अतः, कविता का संदेश है कि बच्चों की कल्पनाशीलता और उनके प्रश्नों को सम्मान देना चाहिए।
English: The central theme of this poem is to showcase the natural curiosity of children, their tendency to ask questions, and the diversity of nature. The poet wants to convey that a child's mind is full of wonder and curiosity, and they view their surroundings with the eyes of an explorer. The poem also depicts that adults often suppress this curiosity by treating it as mischief, instead of encouraging it. Therefore, the message of the poem is that a child's imagination and their questions should be respected.
शब्दार्थ (Glossary)
शब्द (Word) | पर्यायवाची शब्द (Synonym) | विलोम शब्द (Antonym) |
अचंभा | आश्चर्य | यथार्थ |
हैरानी | विस्मय | समाधान |
न्यारी | अनोखी | साधारण |
सुंदर | खूबसूरत | कुरूप |
शीतलता | ठंडक | गर्मी |
आवारा | घुमंतू | स्थिर |
खुशबू | सुगंध | दुर्गंध |
शैतानी | शरारत | शराफत |
ज्यादा | अधिक | कम |
बंद | समाप्त | शुरू |
पंक्तियों का सरल अर्थ लिखें (Simple Meaning of Lines)
१. हर चीज में अचंभा, हर बात पर हैरानी
पूछे है बातें न्यारी, नन्ही-सी गुड़िया रानी । परिचय: इस पंक्ति में कवि एक जिज्ञासु बच्ची का परिचय दे रहे हैं। सरल अर्थ: एक छोटी सी बच्ची है जिसे हर चीज में आश्चर्य और हर बात पर हैरानी होती है, और इसी कारण वह सबसे अनोखी बातें पूछती है।
२. तितली के सुंदर पंखों पर रंग किसने बिखराए, चाँद को शीतलता दी किसने सूरज को कौन तपाए ? परिचय: यहाँ बच्ची प्रकृति की कुछ सुंदर और शक्तिशाली चीजों के बारे में प्रश्न कर रही है। सरल अर्थ: वह पूछती है कि तितली के सुंदर पंखों पर इतने सारे रंग किसने फैला दिए, चाँद को किसने ठंडक प्रदान की और सूरज को इतना गर्म कौन बनाता है।
३. यहाँ-वहाँ आवारा घूमे हवा नजर नहीं आती कुहू कुहू करके कोयल रानी किसको गीत सुनाती ? परिचय: इन पंक्तियों में बच्ची की जिज्ञासा हवा और कोयल की ओर जाती है। सरल अर्थ: वह सोचती है कि हवा जो हर जगह आवारा घूमती है, वह दिखाई क्यों नहीं देती और कोयल अपनी 'कुहू-कुहू' की मीठी आवाज में किसे गीत सुनाती है।
४. कौन भर गया चुपके-से मेघों के मुँह में पानी
पूछे है बातें न्यारी, नन्ही-सी गुड़िया रानी । परिचय: अब बच्ची का ध्यान आसमान के बादलों की ओर है। सरल अर्थ: वह अनोखा सवाल पूछती है कि चुपके से बादलों के मुँह में पानी कौन भर गया, जिससे वे बरसने लगते हैं।
५. फूलों में किसने है छिड़की खुशबू भीनी-भीनी ! क्यूँ करता रहता है कौआ सब पर नुक्ताचीनी ? परिचय: इस अंश में वह फूलों की महक और कौए के स्वभाव पर आश्चर्य करती है। सरल अर्थ: वह पूछती है कि फूलों में यह मीठी-मीठी सुगंध किसने छिड़क दी है और कौआ हमेशा सबकी आलोचना क्यों करता रहता है।
६. इंद्रधनुष में क्यूँ नहीं होते रंग सात से ज्यादा, कभी-कभी आसमान में चंदा दिखता आधा परिचय: बच्ची के अंतिम प्रश्न इंद्रधनुष के रंगों और चाँद के आकार को लेकर हैं। सरल अर्थ: वह जानना चाहती है कि इंद्रधनुष में सात से अधिक रंग क्यों नहीं होते और आसमान में चाँद कभी-कभी आधा क्यों दिखाई देता है।
७. मैडम कहती सिर न खपाओ, बंद करो शैतानी
पूछे है बातें, न्यारी, नन्ही-सी गुड़िया रानी । परिचय: इन अंतिम पंक्तियों में कवि बच्ची के प्रश्नों पर एक वयस्क की प्रतिक्रिया को दर्शाते हैं। सरल अर्थ: जब वह नन्ही बच्ची अपनी मैडम से यह सब अनोखी बातें पूछती है, तो मैडम उसे डाँटते हुए कहती हैं कि अपना दिमाग मत खराब करो और यह सब शरारतें बंद करो।
सही या गलत (कारण सहित) (True or False with Reason)
कथन १: गुड़िया रानी हवा को देख सकती है। उत्तर: गलत। कारण, कविता में कहा गया है "हवा नजर नहीं आती"।
कथन २: कोयल रानी कौए को गीत सुनाती है। उत्तर: गलत। कारण, कविता में यह प्रश्न पूछा गया है कि कोयल "किसको गीत सुनाती?", इसका कोई निश्चित उत्तर नहीं दिया गया है।
कथन ३: इंद्रधनुष में सात से कम रंग होते हैं। उत्तर: गलत। कारण, बच्ची का प्रश्न है कि इंद्रधनुष में रंग "सात से ज्यादा" क्यों नहीं होते, जिसका अर्थ है कि उसमें सात रंग होते हैं।
कथन ४: सूरज को चाँद से शीतलता मिलती है। उत्तर: गलत। कारण, कविता में चाँद की शीतलता और सूरज के तपने को दो अलग-अलग रहस्यों के रूप में प्रस्तुत किया गया है।
कथन ५: मैडम ने गुड़िया रानी के सभी प्रश्नों के उत्तर दिए। उत्तर: गलत। कारण, मैडम कहती हैं, "सिर न खपाओ, बंद करो शैतानी"।
पद विश्लेषण (Poetry Appreciation)
रचनाकार का नाम: अनिल चतुर्वेदी रचना का प्रकार: यह एक बाल कविता है, जो बच्चों की स्वाभाविक जिज्ञासा और प्रकृति के प्रति उनके आश्चर्य को दर्शाती है।
पसंदीदा पंक्ति | पसंदीदा होने का कारण | रचना से प्राप्त संदेश |
तितली के सुंदर पंखों पर रंग किसने बिखराए | यह पंक्ति एक बच्चे की सहज दृष्टि को दर्शाती है जो प्रकृति की सुंदरता में कला को देखता है। | प्रकृति की सुंदरता पर आश्चर्य करना और उसके रहस्यों को जानने की इच्छा रखना स्वाभाविक है। |
हवा नजर नहीं आती | यह पंक्ति बहुत ही सरल शब्दों में एक गहरे वैज्ञानिक और दार्शनिक प्रश्न को सामने रखती है- जो अदृश्य है, उसका अस्तित्व कैसे जानें। | हमें केवल उन्हीं चीजों पर विश्वास नहीं करना चाहिए जो दिखाई देती हैं; अनुभव और प्रभाव भी सत्य होते हैं। |
कौन भर गया चुपके-से मेघों के मुँह में पानी | बादलों का मानवीकरण ("मेघों के मुँह") एक बहुत ही सुंदर और कल्पनाशील विचार है, जो बच्चों को विज्ञान से भावनात्मक रूप से जोड़ता है। | जटिल वैज्ञानिक प्रक्रियाओं को समझने के लिए कल्पना एक शक्तिशाली उपकरण हो सकती है। |
क्यूँ करता रहता है कौआ सब पर नुक्ताचीनी ? | यह पंक्ति एक प्राकृतिक अवलोकन (कौए की कर्कश आवाज) को एक मानवीय व्यवहार (आलोचना) से जोड़ती है, जो बच्चे की सूक्ष्म अवलोकन शक्ति को दिखाती है। | हमें अपने आसपास के व्यवहारों का अवलोकन करना चाहिए और उन पर विचार करना चाहिए, चाहे वे प्रकृति में हों या समाज में। |
मैडम कहती सिर न खपाओ, बंद करो शैतानी | यह पंक्ति यथार्थवादी और प्रभावशाली है क्योंकि यह दिखाती है कि कैसे बड़ों की एक नकारात्मक टिप्पणी बच्चे की सीखने की इच्छा को रोक सकती है। | जिज्ञासा शरारत नहीं है; यह ज्ञान की पहली सीढ़ी है और इसे हमेशा प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। |
स्वमत (Personal Opinion)
प्रश्न १: क्या आपको लगता है कि 'गुड़िया रानी' की मैडम का व्यवहार सही था? यदि नहीं, तो उन्हें क्या करना चाहिए था? उत्तर: नहीं, गुड़िया रानी की मैडम का व्यवहार बिल्कुल सही नहीं था। बच्चों की जिज्ञासा को शैतानी कहकर दबाना उनके स्वाभाविक विकास में बाधा डालता है। मैडम को बच्ची के प्रश्नों की सराहना करनी चाहिए थी और उसकी अवलोकन शक्ति की प्रशंसा करनी चाहिए थी। उन्हें धैर्यपूर्वक, सरल भाषा में उन प्रश्नों के वैज्ञानिक कारण समझाने का प्रयास करना चाहिए था या बच्चों को उन उत्तरों को खोजने के लिए एक गतिविधि में शामिल करना चाहिए था। इससे बच्ची का आत्मविश्वास बढ़ता और उसकी सीखने की इच्छा और प्रबल होती। उत्तर लिखने के लिए उपयोगी महत्वपूर्ण शब्द: जिज्ञासा, प्रोत्साहन, बाल मनोविज्ञान, सीखने की प्रक्रिया, सही मार्गदर्शन।
प्रश्न २: इस कविता में पूछे गए प्रश्नों में से कौन-सा प्रश्न आपको सबसे अधिक रोचक लगा और क्यों? उत्तर: मुझे "हवा नजर नहीं आती" वाला प्रश्न सबसे अधिक रोचक लगा। इसका कारण यह है कि यह एक बहुत ही सरल सवाल है लेकिन इसका आधार बहुत गहरा है। यह हमें उन चीजों के अस्तित्व के बारे में सोचने पर मजबूर करता है जिन्हें हम सीधे अपनी आँखों से नहीं देख सकते, पर महसूस कर सकते हैं। यह विज्ञान और दर्शन दोनों के दरवाजे खोलता है और हमें सिखाता है कि वास्तविकता हमारी इंद्रियों की पहुँच से कहीं अधिक व्यापक है। यह एक बच्चे के मन की गहराई को दर्शाता है। उत्तर लिखने के लिए उपयोगी महत्वपूर्ण शब्द: अमूर्त कल्पना, अस्तित्व, इंद्रियाँ, वैज्ञानिक दृष्टिकोण, दार्शनिक प्रश्न।
प्रश्न ३: बच्चों के मन में प्रकृति को लेकर अनेक सवाल क्यों उठते हैं?
उत्तर: बच्चों के मन में प्रकृति को लेकर अनेक सवाल इसलिए उठते हैं क्योंकि वे दुनिया में नए होते हैं और उनके लिए सब कुछ नया और आश्चर्यजनक होता है। उनकी आँखें और दिमाग बिना किसी पूर्वधारणा के हर चीज को देखते हैं। प्रकृति स्वयं में विविधताओं और रहस्यों से भरी है- बदलते मौसम, रंग-बिरंगे फूल-पक्षी, चाँद-सितारे। यह सब बच्चों की स्वाभाविक जिज्ञासा को जगाते हैं। वे हर चीज के पीछे का कारण जानना चाहते हैं ताकि वे अपने आसपास की दुनिया को समझ सकें।
उत्तर लिखने के लिए उपयोगी महत्वपूर्ण शब्द: स्वाभाविक जिज्ञासा, खोजकर्ता, आश्चर्य, अवलोकन, दुनिया को समझना।
प्रश्न ४: "ज्ञान की शुरुआत प्रश्न पूछने से होती है।" इस कथन के संदर्भ में कविता का विश्लेषण कीजिए। उत्तर: यह कथन इस कविता का मूल आधार है। कविता में 'गुड़िया रानी' ज्ञान प्राप्त करने की पहली सीढ़ी पर है- वह है प्रश्न पूछना। तितली, सूरज, चाँद और हवा के बारे में उसके सभी प्रश्न वैज्ञानिक जाँच की नींव हैं। कविता यह दर्शाती है कि यदि प्रश्न पूछने की इस प्रवृत्ति को "शैतानी" कहकर रोक दिया जाए, तो ज्ञान का मार्ग भी अवरुद्ध हो जाता है। अतः, कविता इस बात पर जोर देती है कि प्रश्न पूछना ज्ञान की प्रक्रिया का सबसे महत्वपूर्ण और पहला कदम है, जिसे हमेशा प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। उत्तर लिखने के लिए उपयोगी महत्वपूर्ण शब्द: ज्ञान, प्रश्न, वैज्ञानिक सोच, जिज्ञासा, सीखने की इच्छा, अन्वेषण।
प्रश्न ५: यदि आपको इस कविता का शीर्षक बदलना हो, तो आप क्या रखेंगे और क्यों? उत्तर: यदि मुझे इस कविता का शीर्षक बदलना हो तो मैं "नन्ही जिज्ञासा" या "गुड़िया के सवाल" रखूँगा। वर्तमान शीर्षक 'अचंभा' बहुत अच्छा है, लेकिन यह केवल भावना को व्यक्त करता है। "नन्ही जिज्ञासा" शीर्षक सीधे तौर पर कविता के केंद्रीय भाव, यानी एक बच्ची की जानने की इच्छा, पर केंद्रित होगा। "गुड़िया के सवाल" शीर्षक कविता की नायिका और उसकी मुख्य क्रिया (प्रश्न पूछना) को प्रमुखता देगा, जिससे पाठक को तुरंत पता चल जाएगा कि कविता का विषय क्या है। उत्तर लिखने के लिए उपयोगी महत्वपूर्ण शब्द: शीर्षक, केंद्रीय पात्र, जिज्ञासा, प्रश्न, बाल मन, सीधा संदेश।
संभावित परीक्षा प्रश्न (Probable Exam Questions)
प्रश्न १: 'अचंभा' कविता के आधार पर गुड़िया रानी द्वारा पूछे गए कोई चार प्रश्न लिखिए। उत्तर: गुड़िया रानी द्वारा पूछे गए चार प्रश्न निम्नलिखित हैं:
तितली के सुंदर पंखों पर रंग किसने बिखराए?
सूरज को कौन तपाता है?
हवा नजर क्यों नहीं आती?
फूलों में भीनी-भीनी खुशबू किसने छिड़की?
प्रश्न २: कविता में प्रकृति के किन-किन तत्वों का उल्लेख किया गया है? उत्तर: कविता में प्रकृति के निम्नलिखित तत्वों का उल्लेख किया गया है: तितली, चाँद, सूरज, हवा, कोयल, मेघ (बादल), फूल, कौआ और इंद्रधनुष।
प्रश्न ३: गुड़िया रानी के प्रश्नों पर उसकी मैडम ने क्या प्रतिक्रिया दी? उत्तर: गुड़िया रानी के प्रश्नों पर उसकी मैडम ने नकारात्मक प्रतिक्रिया दी। उन्होंने गुड़िया की जिज्ञासा को शांत करने के बजाय उसे डाँटते हुए कहा कि वह अपना सिर न खपाए और ऐसी शैतानी करना बंद कर दे।
प्रश्न ४: कवि के अनुसार, कौआ क्या करता रहता है? उत्तर: कवि के अनुसार, कौआ सब पर नुक्ताचीनी करता रहता है।
प्रश्न ५: 'अचंभा' कविता का केंद्रीय भाव अपने शब्दों में लिखिए। उत्तर: 'अचंभा' कविता का केंद्रीय भाव बच्चों की स्वाभाविक जिज्ञासा और प्रकृति के प्रति उनके आश्चर्य को उजागर करना है। कवि एक छोटी बच्ची के माध्यम से यह बताते हैं कि बच्चे अपने आसपास की दुनिया को बहुत बारीकी से देखते हैं और उनके मन में प्रकृति के रहस्यों को लेकर कई अनोखे प्रश्न उठते हैं। यह कविता संदेश देती है कि बड़ों को बच्चों की इस प्रश्न पूछने की प्रवृत्ति को दबाना नहीं चाहिए, बल्कि उसे सीखने की प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मानकर प्रोत्साहित करना चाहिए।
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