2.3 - इनाम - Inaam - Class 9 - Lokbharati
- Sep 13
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पाठ का प्रकार: गद्य (हास्य-व्यंग्यात्मक निबंध) पाठ का शीर्षक: इनाम लेखक/कवि का नाम: अरुण
सारांश (Bilingual Summary)
हिन्दी: 'इनाम' एक हास्य-व्यंग्यात्मक कहानी है, जिसमें लेखक एक रेफ्रिजरेटर कंपनी की प्रतियोगिता में इनाम के तौर पर एक रेफ्रिजरेटर जीतते हैं। इनाम जीतने की खुशी जल्द ही एक बड़ी मुसीबत में बदल जाती है। आस-पड़ोस, मित्रों और रिश्तेदारों की भीड़ उनके घर पर जमा हो जाती है। कुछ लोग बधाई देते हैं, तो कई लोग ईर्ष्या और शक के कारण जली-कटी बातें सुनाते हैं। जल्द ही, उनका निजी रेफ्रिजरेटर मोहल्ले का 'सामुदायिक कोल्ड स्टोरेज' बन जाता है, जिसमें लोग अपनी बची-खुची रोटियों से लेकर मिठाइयों तक सब कुछ रखने लगते हैं। इससे लेखक के परिवार की निजी जिंदगी और शांति भंग हो जाती है। इस रोज-रोज की परेशानी से तंग आकर, लेखक और उनकी पत्नी एक योजना बनाते हैं। वे पड़ोसियों का रखा हुआ सामान खुद इस्तेमाल करके खत्म कर देते हैं और पूछने पर मजेदार बहाने बनाते हैं, जैसे- 'मिठाई दोस्त खा गए', 'पराठे साधु को दे दिए'। यह खबर मोहल्ले में फैलते ही लोग उनके घर आना बंद कर देते हैं और अंत में परिवार को अपना रेफ्रिजरेटर और खोई हुई शांति वापस मिल जाती है।
English: 'Inaam' is a humorous and satirical story in which the author wins a refrigerator as a prize in a company's competition. The happiness of winning the prize soon turns into a major problem. Crowds of neighbors, friends, and relatives gather at his house. While some congratulate him, many make jealous and suspicious remarks. Soon, their personal refrigerator becomes the neighborhood's 'community cold storage', where people start keeping everything from their leftover bread to sweets. This disrupts the family's privacy and peace. Tired of this daily nuisance, the author and his wife devise a plan. They start consuming the neighbors' stored food and make funny excuses when asked, such as 'friends ate the sweets' or 'the parathas were given to a monk'. As this news spreads through the neighborhood, people stop visiting their house, and the family finally gets back their refrigerator and their lost peace.
केंद्रीय भाव (Bilingual Theme / Central Idea)
हिन्दी: इस पाठ का केंद्रीय भाव मध्यवर्गीय समाज के व्यवहार और मानवीय स्वभाव पर हास्य के माध्यम से एक तीखा व्यंग्य करना है। लेखक ने रेफ्रिजरेटर जीतने की एक साधारण घटना के द्वारा यह दर्शाया है कि कैसे किसी की सफलता या خوش قسمتی दूसरों में ईर्ष्या, शक और फायदा उठाने की प्रवृत्ति को जन्म दे सकती है। यह कहानी बताती है कि कभी-कभी एक इनाम या वरदान भी किस तरह एक अभिशाप बन सकता है, जिससे व्यक्ति की शांति और निजी जीवन भंग हो जाता है। इसका मूल उद्देश्य सामाजिक विसंगतियों और दिखावेपन पर कटाक्ष करना है।
English: The central theme of this text is to make a sharp satirical commentary on middle-class societal behavior and human nature through humor. Using the simple incident of winning a refrigerator, the author shows how someone's success or good fortune can trigger jealousy, suspicion, and opportunistic tendencies in others. The story illustrates how a prize or a boon can sometimes turn into a curse, disrupting one's peace and private life. Its core objective is to satirize social absurdities and pretentiousness.
पात्रों का चरित्र-चित्रण (Bilingual Character Sketch)
लेखक (अरुण):
हिन्दी:
बुद्धिमान और लेखक: वे एक लेखक हैं और अपनी बुद्धिमानी से प्रतियोगिता जीतते हैं।
हास्यप्रिय: वे परिस्थितियों को हास्य की दृष्टि से देखते हैं और अपनी समस्या का समाधान भी हास्य और चतुराई से निकालते हैं।
शांत स्वभाव: शुरुआत में वे पड़ोसियों की जली-कटी बातों और हरकतों को शांति से सहन करते हैं।
व्यावहारिक: जब पानी सिर से ऊपर चला जाता है, तो वे अपनी शांति वापस पाने के लिए एक व्यावहारिक योजना बनाते हैं।
English:
Intelligent and a Writer: He is a writer and wins the competition with his intelligence.
Humorous: He views situations with a sense of humor and solves his problem with wit and cleverness.
Calm Natured: Initially, he patiently tolerates the sarcastic remarks and actions of his neighbors.
Practical: When things get out of hand, he devises a practical plan to regain his peace.
पत्नी (विमला):
हिन्दी:
स्वागत करने वाली: शुरुआत में वे मेहमानों का स्वागत करती हैं और उन्हें शिकंजी-चाय पिलाती हैं।
परेशान: पड़ोसियों की रोज-रोज की दखलअंदाजी से वे परेशान हो जाती हैं और उनकी निजी जिंदगी खत्म हो जाती है।
सहयोगी: वे अपने पति की योजना में पूरा सहयोग करती हैं और पड़ोसियों से पीछा छुड़ाने के लिए चतुराई भरे उत्तर देती हैं।
वाक्-चतुर: वे रमा की शंका का समाधान बड़ी चतुराई से करती हैं और उसे निरुत्तर कर देती हैं।
English:
Welcoming: Initially, she welcomes the guests and serves them refreshments.
Troubled: She gets troubled by the daily interference of neighbors, which ends her private life.
Supportive: She fully cooperates with her husband's plan and gives clever replies to get rid of the neighbors.
Quick-witted: She cleverly handles Rama's suspicion and leaves her speechless.
शब्दार्थ (Glossary)
शब्द (Word) | पर्यायवाची शब्द (Synonym) | विलोम शब्द (Antonym) |
जुगाड़ | व्यवस्था, प्रबंध | अव्यवस्था |
दरख्वास्त | अर्जी, आवेदन | आदेश |
भंभड़ | शोरशराबा, कोलाहल | शांति, खामोशी |
अमानत | धरोहर, थाती | - |
मायूस | निराश, उदास | खुश, आशावान |
ताँता | कतार, सिलसिला | बिखराव |
बेबसी | लाचारी, विवशता | सक्षमता, सामर्थ्य |
अनुबंध | समझौता, करार | मतभेद, असहमति |
प्राइवेसी | निजता, एकांत | खुलापन, सार्वजनिकता |
उदरस्थ | पेट में डालना, खा लेना | उगलना |
सही या गलत (कारण सहित) (True or False with Reason)
कथन १: लेखक ने रेफ्रिजरेटर अपनी कमाई के पैसों से खरीदा था। उत्तर: गलत। कारण, लेखक ने लॉटरी में रेफ्रिजरेटर जीता था।
कथन २: सभी पड़ोसी लेखक की सफलता से बहुत खुश थे और उनकी प्रशंसा कर रहे थे। उत्तर: गलत। कारण, कई पड़ोसी जली-कटी बातें सुना रहे थे, जैसे एक ने कहा, "जब बिजली का बिल आएगा तब बच्चू को पता लगेगा कि सफेद हाथी बाँध लिया है।"
कथन ३: रेफ्रिजरेटर आने के बाद लेखक के परिवार की निजता छिन गई थी। उत्तर: सही। कारण, पाठ में लिखा है, "हमारे घर की प्राइवेसी छिन गई थी। नहाना, खाना भी हराम हो गया था।"
कथन ४: पड़ोसियों ने लेखक के रेफ्रिजरेटर का उपयोग अपने खाने-पीने की चीजें रखने के लिए शुरू कर दिया। उत्तर: सही। कारण, "कोई रोटी ला रहा है, कोई पराठे, तरह-तरह के साग, नाना प्रकार की मिठाइयाँ।"
कथन ५: लेखक ने अपनी समस्या का समाधान रेफ्रिजरेटर बेचकर किया। उत्तर: गलत। कारण, उन्होंने पड़ोसियों का सामान इस्तेमाल करके और बहाने बनाकर अपनी समस्या का समाधान किया।
स्वमत (Personal Opinion)
प्रश्न १: क्या लेखक द्वारा पड़ोसियों से पीछा छुड़ाने का तरीका सही था? आपकी राय में और क्या किया जा सकता था?
उत्तर: मेरे विचार में, लेखक का तरीका असामान्य होते हुए भी उनकी स्थिति के अनुसार सही था। जब सीधी बात करने से लोग नहीं समझते और दूसरों की सुविधा का दुरुपयोग करते हैं, तो कभी-कभी ऐसे ही चतुराई भरे कदम उठाने पड़ते हैं। यह तरीका हास्यपूर्ण था और इसने किसी को सीधे तौर पर अपमानित किए बिना समस्या का समाधान कर दिया। दूसरा तरीका यह हो सकता था कि लेखक विनम्रतापूर्वक लेकिन दृढ़ता से सभी पड़ोसियों को एक साथ बुलाकर अपनी परेशानी बताते और उनसे अनुरोध करते कि वे रेफ्रिजरेटर को सामुदायिक संपत्ति न समझें। हालांकि, इसमें आपसी संबंध खराब होने का खतरा था।
उत्तर लिखने के लिए उपयोगी महत्वपूर्ण शब्द: चतुराई, व्यावहारिक, असामान्य तरीका, दृढ़ता, विनम्रता, अनुरोध, संबंध खराब होना, समस्या का समाधान।
प्रश्न २: 'इनाम' कहानी के आधार पर बताइए कि लोगों में ईर्ष्या का भाव क्यों उत्पन्न होता है? उत्तर: 'इनाम' कहानी दर्शाती है कि लोगों में ईर्ष्या का भाव अक्सर तब उत्पन्न होता है जब वे किसी दूसरे को सफल या भाग्यशाली होते हुए देखते हैं और अपनी तुलना उससे करने लगते हैं। जब लेखक लॉटरी जीतता है, तो कुछ पड़ोसी यह स्वीकार नहीं कर पाते कि कोई और उनसे अधिक भाग्यशाली कैसे हो सकता है। वे उस सफलता को कम करने के लिए बहाने ढूंढते हैं, जैसे यह कहना कि बिजली का बिल बहुत आएगा या लेखक ने बेईमानी से इनाम जीता है। यह असुरक्षा और असंतोष की भावना का परिणाम है, जहाँ व्यक्ति अपनी कमियों को देखने के बजाय दूसरों की उपलब्धियों से जलने लगता है।
उत्तर लिखने के लिए उपयोगी महत्वपूर्ण शब्द: ईर्ष्या, तुलना, असुरक्षा, असंतोष, सफलता, भाग्य, बेईमानी का आरोप, कमियाँ।
प्रश्न ३: "हमारे घर की प्राइवेसी छिन गई थी।" - आज के डिजिटल युग में निजता (Privacy) का क्या महत्व है? उत्तर: आज के डिजिटल युग में निजता का महत्व और भी बढ़ गया है। कहानी में तो केवल भौतिक रूप से निजता भंग हो रही थी, लेकिन आज सोशल मीडिया और इंटरनेट के कारण हमारी व्यक्तिगत जानकारी, तस्वीरें और विचार भी सार्वजनिक हो जाते हैं। निजता हमें मानसिक शांति, सुरक्षा और स्वयं के साथ समय बिताने का अवसर देती है। इसके बिना हमारा जीवन एक खुली किताब की तरह हो जाता है, जिसका कोई भी दुरुपयोग कर सकता है। जिस तरह लेखक को अपने घर में शांति चाहिए थी, उसी तरह हमें भी अपनी डिजिटल जिंदगी में निजता की सीमाओं का सम्मान करना और करवाना चाहिए।
उत्तर लिखने के लिए उपयोगी महत्वपूर्ण शब्द: निजता, डिजिटल युग, सोशल मीडिया, व्यक्तिगत जानकारी, सुरक्षा, मानसिक शांति, सीमाएं, दुरुपयोग।
प्रश्न ४: 'खयाली पुलाव पकाना' मुहावरे का अर्थ बताते हुए कहानी के संदर्भ में उसे स्पष्ट कीजिए। उत्तर: 'खयाली पुलाव पकाना' मुहावरे का अर्थ है, कल्पना में खोए रहना या ऐसी योजनाएँ बनाना जिनके पूरे होने की कोई निश्चितता न हो। कहानी में, लॉटरी का परिणाम आने से पहले ही लेखक का परिवार रेफ्रिजरेटर के उपयोग की योजनाएँ बनाने लगता है। पत्नी रसोई में जगह बनाने और बिजली के कनेक्शन की बात करती है, तो बच्चे आइसक्रीम खाने और बर्फ चूसने के सपने देखते हैं। लेखक उनकी इन योजनाओं को ही 'खयाली पुलाव पकाना' कहते हैं, क्योंकि तब तक इनाम जीतना निश्चित नहीं था।
उत्तर लिखने के लिए उपयोगी महत्वपूर्ण शब्द: कल्पना, योजनाएँ, अनिश्चितता, सपने देखना, परिणाम से पहले, इनाम।
प्रश्न ५: 'प्राकृतिक संसाधन मानव के लिए वरदान' हैं, लेकिन क्या कहानी के रेफ्रिजरेटर की तरह हम उनका भी दुरुपयोग कर रहे हैं? उत्तर: हाँ, यह कथन बिल्कुल सही है। प्राकृतिक संसाधन जैसे जल, जंगल, और हवा हमारे लिए वरदान हैं, लेकिन कहानी के रेफ्रिजरेटर की तरह ही हम उनका दुरुपयोग कर रहे हैं। जिस तरह पड़ोसियों ने रेफ्रिजरेटर को अपनी निजी संपत्ति समझकर उसका अंधाधुंध उपयोग किया और उसे भर दिया, उसी तरह मानव समाज भी प्राकृतिक संसाधनों को मुफ्त का माल समझकर उनका अत्यधिक दोहन कर रहा है। हम पानी बर्बाद करते हैं, जंगल काटते हैं और हवा को प्रदूषित करते हैं। हम यह भूल जाते हैं कि ये संसाधन सीमित हैं। यदि हमने कहानी के लेखक की तरह कोई कठोर कदम नहीं उठाए, तो एक दिन यह वरदान हमारे लिए भी अभिशाप बन जाएगा। उत्तर लिखने के लिए उपयोगी महत्वपूर्ण शब्द: वरदान, दुरुपयोग, प्राकृतिक संसाधन, सीमित, अंधाधुंध दोहन, प्रदूषण, अभिशाप, जिम्मेदारी।
संभावित परीक्षा प्रश्न (Probable Exam Questions)
प्रश्न १: रेफ्रिजरेटर आने से पहले घरवालों के क्या विचार थे? उत्तर: रेफ्रिजरेटर आने से पहले घरवालों के विचार निम्नलिखित थे:
हेमंत (पुत्र): वह सोच रहा था कि रेफ्रिजरेटर को कहाँ रखेंगे। वह बर्फ के क्यूब चूसने के सपने देख रहा था।
पत्नी: वह रसोई में जगह बनाने की योजना बना रही थी और बिजली के घरेलू पावर कनेक्शन के लिए अर्जी देने की बात कर रही थी।
अमिता (पुत्री): वह रोज आइसक्रीम खाने की योजना बना रही थी।
लेखक: उन्हें लग रहा था कि परिवार वाले 'खयाली पुलाव' पका रहे हैं क्योंकि जीतना निश्चित नहीं था।
प्रश्न २: इनाम में रेफ्रिजरेटर जीतने पर पड़ोसियों की क्या प्रतिक्रियाएँ थीं? उत्तर: पड़ोसियों की मिली-जुली प्रतिक्रियाएँ थीं। कुछ देखने के लिए उत्सुक थे, लेकिन कई लोगों की प्रतिक्रिया नकारात्मक थी:
जला-भुना पड़ोसी: उसने ताना मारा कि जब बिजली का बिल आएगा तब पता चलेगा कि सफेद हाथी बाँध लिया है।
शक्की पड़ोसी: उसने आरोप लगाया कि लेखक का कोई रिश्तेदार कंपनी में है, जिसने चुपके से जवाब बताकर इनाम जितवाया है।
बिगड़े दिल वाला: उसने लेखक के बेटे से तिरछा सवाल पूछकर यह कबूलवाने की कोशिश की कि लेखक ने पैसे देकर लॉटरी जीती है।
दीनदयाल (ताऊ जी): उन्होंने दावा किया कि रेफ्रिजरेटर उनके नाम आने वाला था।
प्रश्न ३: रेफ्रिजरेटर आने के बाद लेखक के घर की क्या स्थिति हो गई थी? उत्तर: रेफ्रिजरेटर आने के बाद लेखक के घर की स्थिति बहुत खराब हो गई थी:
उनके घर पर लोगों का ताँता बँध गया था।
उनका घर मोहल्ले का सामुदायिक रेफ्रिजरेटर बन गया था, जिसमें लोग अपना सामान रखते थे।
परिवार की निजी जिंदगी (प्राइवेसी) पूरी तरह छिन गई थी।
उनका नहाना-खाना भी हराम हो गया था और वे बहुत परेशान हो गए थे।
प्रश्न ४: लेखक और उनकी पत्नी ने पड़ोसियों से छुटकारा पाने के लिए क्या-क्या बहाने बनाए? उत्तर: लेखक और उनकी पत्नी ने निम्नलिखित बहाने बनाए:
शांति बुआ के पनीर मटर के लिए: कहा कि उसमें मच्छर गिर गए थे, इसलिए फेंक दिया।
रामानुज की मिठाई के लिए: कहा कि कुछ दोस्त आ गए थे और बाजार जाने का मौका न मिलने पर उनकी मिठाई से काम चला लिया।
चक्रवर्ती के साग के लिए: कहा कि बारिश के कारण बाजार नहीं जा सके, इसलिए घर में रखा उनका साग ही खा लिया।
रमा के पराठे के लिए: कहा कि एक साधु को दे दिए और उसका पता भी बता दिया है कि वह आशीष देने उसके घर आएगा।
प्रश्न ५: पाठ में प्रयुक्त मुहावरे 'खयाली पुलाव पकाना' का अर्थ लिखकर वाक्य में प्रयोग कीजिए। उत्तर:
अर्थ: कल्पना में खोए रहना या हवाई योजनाएँ बनाना।
वाक्य: लॉटरी का टिकट खरीदने के बाद से ही रमेश कार खरीदने के खयाली पुलाव पकाने लगा।
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