1.2 - कबल्ली का कबलुंगढ़ा - Kaballi ka Kabulngadha - Class 9 - Lokbharati
- Aug 28
- 7 min read
Updated: Sep 12

पाठ का प्रकार: गद्य (हास्य कथा)
पाठ का शीर्षक: कबल्ली का कबलुंगढ़ा
लेखक का नाम: राजेन्द्रलाल हांडा
सारांश (Bilingual Summary)
हिन्दी: यह हास्य कहानी एक परिवार की है, जिसमें चूहों से परेशान होकर घर में एक बिल्ली पाली जाती है। शुरुआत में बिल्ली सबकी प्रिय होती है क्योंकि उसने घर को चूहों से मुक्त कर दिया। धीरे-धीरे जब चूहों की समस्या समाप्त हो जाती है, तो परिवार को बिल्ली से ही परेशानी होने लगती है। बिल्ली खाने-पीने की चीज़ें चुराने लगती है और कई बार रंगे हाथ पकड़ी जाती है। एक दिन उसे पकड़कर दूर छोड़ने का निश्चय किया जाता है। नौकर अमरू बिल्ली को बोरी में डालकर ले जाता है, लेकिन लोगों को संदेह होता है कि उसने बच्चा चुराया है। भीड़ इकट्ठी होकर अमरू को पकड़ लेती है। अंत में जब बोरी खोली जाती है, तो उसमें से बिल्ली निकलती है। इस प्रकार कहानी गलतफहमी से उत्पन्न हास्यास्पद स्थिति को हल्के-फुल्के ढंग से प्रस्तुत करती है।
English: This humorous story is about a family troubled by mice, who bring home a cat to get rid of them. At first, the cat is loved by all as she drives the mice away. But once the problem of mice is solved, the family itself grows irritated with the cat, as she begins stealing food and is caught several times. Finally, it is decided to get rid of her, and the servant Amru carries her in a sack to leave her far away. On the way, people suspect he has kidnapped a child and surround him. When the sack is opened, the cat jumps out, leaving everyone embarrassed. The story humorously presents how misunderstandings create funny situations.
केंद्रीय भाव (Bilingual Theme / Central Idea)
हिन्दी: कहानी का केंद्रीय भाव यह है कि गलतफहमियाँ और परिस्थितियाँ अक्सर हास्यास्पद स्थितियाँ पैदा कर देती हैं। यह भी दिखाया गया है कि इंसान अक्सर समस्या का हल खोजते-खोजते नई उलझनों में फँस जाता है।
English: The central idea of the story is that misunderstandings and circumstances often create humorous situations. It also shows how humans, in trying to solve one problem, often create another.
पात्रों का चरित्र-चित्रण (Bilingual Character Sketch)
लेखक (The Author):
हिन्दी: लेखक एक मध्यमवर्गीय गृहस्थ हैं जो घर की समस्याओं का व्यावहारिक हल ढूंढने की कोशिश करते हैं. पहले वह चूहों से परेशान होते हैं, फिर बिल्ली से. वे स्वभाव से थोड़े अधीर हैं लेकिन हिंसक नहीं हैं, और अंत में नौकर पर लगे आरोपों से हैरान हो जाते हैं.
English: The author is a middle-class householder who tries to find practical solutions to domestic problems. First, he is troubled by mice, and then by the cat. He is somewhat impatient by nature but not violent, and is ultimately surprised by the accusations against his servant.
अमरू (Amru):
हिन्दी: अमरू लेखक का होशियार नौकर है. वह स्वभाव से अल्पभाषी (कम बोलने वाला) और थोड़ा मसखरा (मजाकिया) है. मालिक का आदेश मानने पर वह मुसीबत में फँस जाता है, लेकिन घबराता नहीं. वह अपनी बेगुनाही साबित करने के लिए शांति से बोरी खोलने को तैयार हो जाता है.
English: Amru is the author's clever servant. He is a man of few words and a bit of a joker. He gets into trouble while following his master's orders but doesn't panic. He calmly agrees to open the sack to prove his innocence.
शब्दार्थ (Glossary)
शब्द | पर्यायवाची शब्द | विलोम शब्द |
कारगर | उपयोगी | व्यर्थ |
चुनांचे | इसलिए | परंतु |
दुबकना | छिपना | खुलना |
मजाकिया | हँसोड़ | गंभीर |
संदेह | शक | विश्वास |
भीड़ | जनसमूह | एकाकीपन |
दरोगा | पुलिस अधिकारी | नागरिक |
अफवाह | झूठी खबर | सत्य |
समझदार | बुद्धिमान | मूर्ख |
झेंप | लज्जा | निर्लज्जता |
सही या गलत (कारण सहित)
कथन 1: बिल्ली ने घर से चूहे भगाए।
उत्तर: सही। कारण, कहानी में बताया गया है कि बिल्ली आते ही चूहे गायब हो गए।
कथन 2: परिवार अंत तक बिल्ली से खुश रहा।
उत्तर: गलत। कारण, बाद में बिल्ली खाने की चीज़ें चुराने लगी और सब उससे परेशान हो गए।
कथन 3: अमरू ने सचमुच बच्चा चुराया था।
उत्तर: गलत। कारण, बोरी में केवल बिल्ली थी, बच्चा नहीं।
कथन 4: भीड़ ने बिना सत्य जाने अमरू पर आरोप लगाया।
उत्तर: सही। कारण, बोरी हिलती देख उन्हें शक हुआ कि बच्चा है।
कथन 5: कहानी गंभीर और दुखद अंत पर पहुँचती है।
उत्तर: गलत। कारण, कहानी हास्यप्रद और हल्की-फुल्की शैली में समाप्त होती है।
स्वमत (Personal Opinion)
प्रश्न १: 'प्राणी हमसे कहते हैं, जियो और जीने दो' इस विषय पर अपने विचार प्रकट कीजिए.
उत्तर: यह विचार पूरी तरह सही है कि हर प्राणी को जीने का अधिकार है. इंसान अपनी बुद्धि के कारण खुद को श्रेष्ठ समझता है और दूसरे प्राणियों के जीवन में हस्तक्षेप करता है. हम अपने फायदे के लिए जानवरों को पालते हैं और जब वे अनुपयोगी हो जाते हैं तो उन्हें छोड़ देते हैं, जैसा इस कहानी में बिल्ली के साथ हुआ. हमें यह समझना चाहिए कि यह धरती केवल इंसानों की नहीं है. हमें जानवरों और प्रकृति के साथ सह-अस्तित्व की भावना से रहना चाहिए और उनके जीवन का सम्मान करना चाहिए. उत्तर लिखने के लिए उपयोगी महत्वपूर्ण शब्द: जीने का अधिकार, हस्तक्षेप, सह-अस्तित्व, सम्मान, प्रकृति, अनुपयोगी.
प्रश्न २: अमरू की जगह आप होते तो भीड़ का सामना कैसे करते?
उत्तर: अगर मैं अमरू की जगह होता, तो सबसे पहले शांत रहने की कोशिश करता. मैं समझता कि भीड़ गुस्से में है और चिल्लाने से बात और बिगड़ेगी. मैं तुरंत लोगों को बताता कि बोरी में एक बिल्ली है, कोई बच्चा नहीं. अगर लोग विश्वास न करते, तो मैं खुद ही थानेदार या किसी जिम्मेदार व्यक्ति के सामने बोरी खोलने का प्रस्ताव रखता. अमरू की तरह चुप रहना या मसखरापन दिखाना स्थिति को और गंभीर बना सकता है, इसलिए मैं सीधे और स्पष्ट रूप से सच बताकर गलतफहमी को दूर करने का प्रयास करता. उत्तर लिखने के लिए उपयोगी महत्वपूर्ण शब्द: शांत, स्पष्ट, सच, गलतफहमी, विश्वास, प्रस्ताव.
प्रश्न ३: कहानी में उत्पन्न हास्य का मुख्य कारण क्या है?
उत्तर: कहानी में उत्पन्न हास्य का मुख्य कारण गलतफहमी और अतिशयोक्ति है. एक बहुत ही साधारण घटना (बिल्ली को बोरी में ले जाना) को लोगों द्वारा बच्चा-चोरी की एक गंभीर घटना समझ लिया जाता है. लोगों का शक, उनका तुरंत इकट्ठा हो जाना, बिना जाँच-पड़ताल के अमरू को दोषी मान लेना और उसे पीटने पर उतारू हो जाना, यह सब मिलकर एक हास्यास्पद स्थिति पैदा करता है. अंत में जब बोरी से बिल्ली का बच्चा निकलता है, तो यह हास्य अपने चरम पर पहुँच जाता है, क्योंकि पूरी स्थिति का तनाव अचानक एक मजाक में बदल जाता है. उत्तर लिखने के लिए उपयोगी महत्वपूर्ण शब्द: गलतफहमी, हास्य, अतिशयोक्ति, शक, तनाव, चरम.
प्रश्न ४: क्या चूहों से परेशान होकर बिल्ली पालना उचित था? अपने विचार लिखिए.
उत्तर: चूहों की गंभीर समस्या से परेशान होकर बिल्ली पालना एक तात्कालिक और व्यावहारिक उपाय हो सकता है. कहानी में भी लेखक ने कई उपाय करने के बाद ही बिल्ली पाली थी. हालाँकि, यह कदम उठाते समय हमें यह भी सोचना चाहिए कि हम एक जीवित प्राणी को केवल एक 'उपाय' के तौर पर घर ला रहे हैं. हमें उसकी पूरी जिम्मेदारी लेनी होगी, तब भी जब वह हमारे लिए 'उपयोगी' न रहे. केवल अपने मतलब के लिए किसी प्राणी को अपनाना और मतलब निकलते ही उसे छोड़ देना नैतिक रूप से सही नहीं है. उत्तर लिखने के लिए उपयोगी महत्वपूर्ण शब्द: व्यावहारिक उपाय, जिम्मेदारी, नैतिक, जीवित प्राणी, मतलब.
प्रश्न ५: भीड़ के हिंसक व्यवहार पर अपने विचार स्पष्ट कीजिए.
उत्तर: कहानी में भीड़ का व्यवहार दर्शाता है कि लोग अफवाहों और शक के आधार पर कितने जल्दी हिंसक हो जाते हैं. बच्चा-चोरी की सनसनी के कारण भीड़ ने बिना किसी सबूत के अमरू को दोषी मान लिया और कानून को अपने हाथ में लेने को तैयार हो गई. यह एक खतरनाक प्रवृत्ति है, जिसमें एक निर्दोष व्यक्ति की जान भी जा सकती है. किसी भी सभ्य समाज में हिंसा का कोई स्थान नहीं होना चाहिए. हमें किसी भी निष्कर्ष पर पहुँचने से पहले तथ्यों की जाँच करनी चाहिए और कानून पर भरोसा रखना चाहिए. उत्तर लिखने के लिए उपयोगी महत्वपूर्ण शब्द: भीड़, हिंसक व्यवहार, अफवाह, निर्दोष, कानून, सबूत, तथ्य.
संभावित परीक्षा प्रश्न (Probable Exam Questions)
प्रश्न १: घर में बिल्ली पालने के कारण लिखिए.
उत्तर: घर में बिल्ली पालने के निम्नलिखित कारण थे:
घर में चूहे बहुत अधिक हो गए थे.
चूहों को घर से निकालने के बहुत सारे प्रयास असफल हो चुके थे.
चूहे आटे और अनाज के लिए बनवाए गए लोहे के ढोलों में भी घुसने लगे थे.
कई मित्रों से सलाह-मशविरा करने के बाद यही आखिरी फैसला हुआ था.
प्रश्न २: बिल्ली के रवैये में आए परिवर्तन के बारे में लिखिए.
उत्तर: पहले बिल्ली परिवार के सदस्यों के आगे-पीछे घूमती थी, लेकिन बाद में परिवार का व्यवहार बदलने पर उसके रवैये में भी परिवर्तन आया:
वह लोगों के आगे-पीछे फिरने की बजाय रसोई के पास कोने में दुबककर बैठने लगी.
जब भी उसे मौका मिलता, वह चोरी से जो मन में आता, मजे से खाती थी.
प्रश्न ३: अमरू के बारे में लोगों को बच्चा-चोर होने का शक क्यों हुआ?
उत्तर: लोगों को अमरू पर बच्चा-चोर होने का शक निम्नलिखित कारणों से हुआ:
उन दिनों दिल्ली में बच्चों के उठाए जाने की खबरें फैली हुई थीं, जिससे माहौल सनसनीपूर्ण था.
अमरू कंधे पर एक बोरी लटकाए जा रहा था जो अंदर से हिल रही थी.
लोगों ने अनुमान लगाया कि बोरी में कोई बच्चा बंद है.
अमरू स्वभाव से अल्पभाषी और मसखरा था, इसलिए उसने तुरंत कोई जवाब नहीं दिया, जिससे शक और बढ़ गया.
प्रश्न ४: कहानी के प्रमुख पात्रों के नाम लिखिए.
उत्तर: कहानी के प्रमुख पात्र हैं:
लेखक
अमरू (नौकर)
बिल्ली
प्रश्न ५: थानेदार ने अपनी झेंप मिटाने के लिए क्या किया?
उत्तर: जब बोरी से बिल्ली का बच्चा निकला और पूरी बात एक गलतफहमी साबित हुई, तो थानेदार को अपनी स्थिति पर झेंप महसूस हुई. अपनी झेंप मिटाने के लिए वह थाने की तरफ मुड़ा और रास्ते में खड़े एक ताँगेवाले की पीठ पर बेंत मारकर उसे डाँटने लगा कि रास्ते में ताँगा खड़ा नहीं करना चाहिए.
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